मैट्रिक का परीक्षा परिणाम घोषित, सफल छात्र-छात्राओं के खिले चेहरे
सीवान : साढ़े चार माह के लंबे इंतजार के बाद शनिवार को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा मैट्रिक के रिजल्ट का प्रकाशन कर दिया गया. बोर्ड द्वारा जारी पूर्व सूचना के अनुसार दोपहर बाद चार बजे रिजल्ट के प्रकाशन को लेकर छात्र छात्राओं की भीड़ साइबर कैफे सहित अन्य सूचना प्रद स्थानों पर लगी रही. […]
सीवान : साढ़े चार माह के लंबे इंतजार के बाद शनिवार को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा मैट्रिक के रिजल्ट का प्रकाशन कर दिया गया. बोर्ड द्वारा जारी पूर्व सूचना के अनुसार दोपहर बाद चार बजे रिजल्ट के प्रकाशन को लेकर छात्र छात्राओं की भीड़ साइबर कैफे सहित अन्य सूचना प्रद स्थानों पर लगी रही.
जैसे ही रिजल्ट का प्रकाशन बोर्ड की वेबसाइट पर हुआ, सफलता प्राप्त करनेवाले छात्र-छात्राओं का चेहरा खुशियों से खिल उठा. दूसरी ओर, परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को परिवार सहित अन्य लोगों द्वारा मिठाइयां खिला कर बधाई दी गयी. शनिवार को सुबह से ही छात्र जहां रिजल्ट के इंतजार में थे.
शुभ समाचार के लिए किसी ने मंदिर में मत्था टेका, तो किसी ने सुबह बड़ों के पैर छू कर आशीर्वाद लिया. इस वर्ष जिले से लगभग 60 हजार परीक्षार्थी मैट्रिक की परीक्षा में शामिल हुए थे. परीक्षा का आयोजन 17 से 23 मार्च के दौरान हुआ था. इधर वेतनमान की लड़ाई में शामिल माध्यमिक शिक्षक संघ द्वारा अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले जाने से रिजल्ट का प्रकाशन लगभग 45 दिन विलंब से हुआ है.
इन छात्रों ने लहराये सफलता के परचम : मैट्रिक की परीक्षा में 78.2 प्रतिशत अंक प्राप्त कर शिवांगी ने जहां विद्यालय का नाम रोशन किया है. वहीं, अपनी प्रतिभा का भी परिचय दिया है. शिवांगी जीरादेई प्रखंड के राजेंद्र सिंह उच्च विद्यालय की छात्र है. परशुरामपुर निवासी विनोद मणि तिवारी व रंजू देवी की पुत्री शिवांगी की अभिलाषा आइएएस बन कर देश की सेवा करने की है. अपनी सफलता पर प्रतिक्रिया देते हुए उसने बताया कि कठिन परिश्रम का कोई शानी नहीं है.
उसने कहा कि प्रतिदिन 15 घंटे की कड़ी मेहनत के बाद यह सफलता अजिर्त हुई है. शिवांगी को गणित में सबसे अधिक 93 अंक प्राप्त हुआ है. शिवांगी ने अपनी सफलता का श्रेय अपने गणित विषय के शिक्षक राघवेंद्र उपाध्याय के साथ-साथ अपने माता-पिता को दिया है. दूसरी ओर गुठनी प्रखंड के लोक मान्य तिलक उच्च विद्यालय के छात्र हर्ष कुमार ने भी 78.2 प्रतिशत अंक प्राप्त कर अपने प्रतिभा का लोहा मनवाया है.
उसने अपनी सफलता का श्रेय अपने बड़े भाई जितेंद्र शर्मा को दिया है. इसके अलावा गोरेयाकोठी प्रखंड के गोपालजी प्रसाद सानी उच्च विद्यालय की छात्र निक्की कुमारी को 366 अंक प्राप्त हुआ हैं. निक्की करपलिया निवासी प्रभुनाथ तिवारी की पुत्री हैं. इसने अपने सफलता का श्रेय शिक्षक संजय कुमार त्रिवेदी को दिया हैं. वहीं, इसी विद्यालय की छात्र नीपु कुमारी को 346 अंक प्राप्त हुआ हैं.
टॉपर छात्रों का होगा नि:शुल्क नामांकन
सीवान. इस वर्ष मैट्रिक की परीक्षा में अपने -अपने उच्च विद्यालय में टॉप करनेवाले छात्र -छात्राओं का नामांकन जिले की महत्वपूर्ण कोचिंग संस्थान एम प्वाइंट में नि:शुल्क होगा. इस आशय की जानकारी देते हुए संस्था के निदेशक गणितज्ञ फिरोज अहमद ने बताया कि राम राज्य मोड़ स्थित एम प्वाइंट संस्थान ने मेधावी छात्रों के हित के लिए यह कदम उठाया है.
उन्होंने कहा कि गणित, भौतिकी विज्ञान, रसायन शस्त्र, जीव विज्ञान व अंगरेजी विषय में कोचिंग करनेवाले छात्रों का नामांकन होगा. उच्चतम सोपान प्राप्त करनेवाले बच्चों को बधाई देते हुए निदेशक श्री अहमद ने कहा कि नि:संकोच छात्र संस्था से संपर्क करे. उन्हें अवश्य संस्थान के तरफ से हर संभव मदद मिलेगी.
नंबर देख मिली थी अपार खुशी
मैट्रिक के रिजल्ट की खुशी भूल नहीं पाता हूं. वर्ष 1993 में सासाराम के बाल भारती पब्लिक स्कूल से मैट्रिक की परीक्षा 80 फीसदी के अंक से उत्तीर्ण किया. नंबर देख अपार खुशी हुई थी.
विद्यालय में आये क्रॉस लिस्ट से ही सभी विषयों के अंकों की जानकारी मिली. रिजल्ट ने हमें आगे की पढ़ाई को और बेहतर ढंग से करने का उत्साह व ऊर्जा दिया. मैट्रिक का रिजल्ट हर छात्र के लिए कैरियर की शुरुआत का टर्निग प्वाइंट होता है.
संजय कुमार सिंह, डीएम,सीवान
ट्रेन में यात्र के दौरान मिली थी रिजल्ट की जानकारी
जब ट्रेन से सफर कर था. उसी समय हमें आइसीएसइ के रिजल्ट आने की सूचना मिली. वर्ष 1995 में इंटरनेट की सुविधा आज की तरह नहीं थी.
स्कूल जाकर जब मैंने नोटिस बोर्ड पर अपना रिजल्ट देखा, तो काफी प्रसन्नता हुई. उस पल को याद कर अपार खुशी मिलती है. उसे सिर्फ अनुभव किया जा सकता है. मैट्रिक पास होने के बाद बचपन छोड़ कर व्यक्ति जिम्मेवारी की तरफ आगे बढ़ता है. पटना के डॉनबास्को से आइसीएसइ बोर्ड से 85 प्रतिशत अंकों के साथ दसवीं की परीक्षा उर्तीण की थी.
विकास वर्मन, एसपी, सीवान