ग्रामीण क्षेत्रों के बस स्टैंडों में मूलभूत सुविधाओं की कमी
– जिला पर्षद लगभग 10 जगहों पर टैक्सी व बस स्टैंड का करता है संचालन – टैक्सी व बस स्टैंड की बंदोबस्ती लाखों में की जाती है, मगर यात्रियों को नहीं मिलतीं सुविधाएं सीवान : ग्रामीण क्षेत्रों में जिला पर्षद द्वारा लगभग 10 जगहों पर टैक्सी व बस स्टैंड का संचालन किया जाता है, जहां […]
– जिला पर्षद लगभग 10 जगहों पर टैक्सी व बस स्टैंड का करता है संचालन
– टैक्सी व बस स्टैंड की बंदोबस्ती लाखों में की जाती है, मगर यात्रियों को नहीं मिलतीं सुविधाएं
सीवान : ग्रामीण क्षेत्रों में जिला पर्षद द्वारा लगभग 10 जगहों पर टैक्सी व बस स्टैंड का संचालन किया जाता है, जहां यात्रियों के लिए मूलभूत सुविधाएं नहीं हैं. वाहनचालक जहां चाहे वहीं यात्रियों को सड़क किनारे उतार देते हैं.
सीवान जिले के ग्रामीण अंचल में जिला पर्षद के रघुनाथपुर, गोरेयाकोठी, जामो, शिवपुर शकरा, बड़हरिया, चैनपुर, अफराद, दरौंदा, महाराजगंज, दरौली आदि जगहों पर टैक्सी व बस स्टैंड है, मगर यात्रियों के लिए शेड, शौचालय, पेयजल आदि की व्यवस्था नहीं होने से यात्रियों को आने-जाने में काफी परेशानी होती है. मालूम हो कि जिला पर्षद द्वारा टैक्सी व बस स्टैंड की बंदोबस्ती लाखों में की जाती है, लेकिन यात्रियों के लिए कोई सुविधा मुहैया उपलब्ध नहीं करायी जाती. यात्रियों को बस स्टैंड गरमी व बरसात के मौसम में खास कर परेशानी होती है.
सड़क किनारे ही उतारे जाते हैं यात्री : ग्रामीण अंचलों में स्टैंड की व्यवस्था ठीक नहीं होने से वाहन चालकों द्वारा यात्रियों को सड़क किनारे ही उतार दिया जाता है, जिससे कभी दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है. अगर स्टैंड की व्यवस्था सही ढंग से हो, तो यात्रियों को सहूलियत होगी.
शौचालय नहीं होने से महिला यात्री होती हैं परेशान : ग्रामीण अंचलों के बस स्टैंडों में शौचालय की व्यवस्था नहीं होने के कारण खास कर महिलाओं को परेशानी होती है. कई बार यात्रियों ने इसकी व्यवस्था कराने की मांग की, लेकिन व्यवस्था नहीं हो सकी. यहां हैंड पंप तक की व्यवस्था नहीं है.
क्या कहते है लोग
जिला पर्षद के बस स्टैंड में शौचालय नहीं होने से यात्रियों खास कर महिलाओं को काफी परेशानी होती है. बस स्टैंडों में मूल भूत सुविधाओं की सुविधा होनी चाहिए.
पंकज कुमार सोनी
बस स्टैंड में यात्री शेड नहीं होने से जाड़ा, गरमी व बरसात में यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.कई बार इसकी मांग की गयी, मगर कोई कार्रवाई नहीं हुई.
प्रकाश कुमार
वाहन चालकों द्वारा यात्रियों को स्टैंड की जगह सड़क के किनारे ही उतार दिया जाता है, जिससे कभी दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है.
विटू शर्मा
किसी बस स्टैंड में जिला पर्षद द्वारा यात्रियों की सुविधाओं का ख्याल नहीं रखा जाता है. केवल टैक्स वसूली का ही काम करता है.
विनोद कुमार
क्या कहते हैं अधिकारी
यात्रियों की सुविधाओं का हर संभव ख्याल रखा जाता है. अगर, कहीं सुविधा की कमी होती है, तो वहां पूरा किया जाता है.
धनंजय मणि मिश्र, जिला अभियंता
जिला पर्षद सीवान