हल्की बारिश से बिगड़ी शहर की सूरत
हर तरफ हुए जलजमाव से बढ़ीं लोगों की दुश्वारियां, जल निकासी की नप की खुली पोल मॉनसून की पहली दस्तक देते ही शहर की जल निकासी की एक बार फिर पोल खुल गयी है. हर तरफ हुए जल जमाव से जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. समाहरणालय से लेकर कर्मचारी आवास तक तथा बस स्टैंड […]
हर तरफ हुए जलजमाव से बढ़ीं लोगों की दुश्वारियां, जल निकासी की नप की खुली पोल
मॉनसून की पहली दस्तक देते ही शहर की जल निकासी की एक बार फिर पोल खुल गयी है. हर तरफ हुए जल जमाव से जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. समाहरणालय से लेकर कर्मचारी आवास तक तथा बस स्टैंड समेत सार्वजनिक स्थानों पर जल जमाव होने के चलते लोगों की मुश्किलें बढ़ गयी हैं, जिससे जल्द निजात की उम्मीद नजर नहीं आ रही है.
सीवान : दृश्य एक : समाहरणालय मुख्य गेट
समाहरणालय में प्रवेश करते ही लोगों को जल जमाव का सामना करना पड़ रहा है. कैंपस में प्रवेश करने पर मुख्य द्वार पर ही जल जमाव की स्थिति बनी हुई है. रविवार को अवकाश का दिन होने के कारण कर्मचारियों से लेकर अधिकारियों के न आने से हालात सामान्य रही,पर सोमवार को कार्य दिवस केदिन हालत ऐसा ही रही, तो जिला पदाधिकारी से लेकर पुलिस अधीक्षक तथा अन्य कर्मचारियों को परेशानी उठानी पड़ेगी.
दृश्य दो : ललित बस स्टैंड
शहर का एकलौते बस स्टैंड के रूप में मौजूद ललित बस स्टैंड एक बार फिर जल जमाव की चपेट में है. यहां हर तरफ पानी लग गया है. लोगों का कहना है कि जल निकासी का बेहतर इंतजाम न होने से हल्की बारिश में भी पानी लग जाता है.अब हाल यह है कि शनिवार की रात हुई बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. कैंपस में पानी लगने से यहां बस व अन्य छोटे भाड़े के वाहन पर सवार होने आये यात्रियों को परेशान होना पड़ रहा है. यही हाल रहा तो बरसात में इस बार भी सवारियों को नरक का सामना करना पड़ेगा.
दृश्य तीन : सब्जी मंडी
शहर का श्रद्धानंद बाजार प्रमुख सब्जी मंडी है, जहां प्रत्येक दिन हजारों की संख्या में लोग सब्जी खरीदने के लिए आते हैं. सब्जी मंडी में सफाई का मुकम्मल इंतजाम न होने से यहां वर्ष भर गंदगी बनी रहती है. इस बीच मॉनसून के दस्तक देते ही यहां की हालत नारकीय हो गयी है. पूरा सब्जी मंडी परिसर कीचड़ से सराबोर हो गया है, जिससे हर तरफ से दरुगध निकल रही है. फौरी तौर पर जल निकासी का ठोस इंतजाम न होने पर बरसात भर लोगों को यहां परेशानियों का सामना करना पड़ेगा.
दृश्य चार : डीएवी मोड़
शहर का डीएवी मोड़ ऐसा स्थान है, जहां से सबसे अधिक छात्रों की हर दिन आवा-जाही बनी रहती है.यहां हर वर्ष बरसात में जल जमाव हो जाता है.शनिवार की रात की बारिश का असर है कि यहां हुए जल जमाव के चलते छात्र समेत अन्य लोग परेशान हैं. इस इलाके में विभिन्न शिक्षण संस्थाओं के साथ ही सबसे अधिक कोचिंग संस्थान हैं, जहां अध्ययन के लिए प्रत्येक दिन 15 से 20 हजार छात्रों का आना-जाना होता है. ये सभी छात्र इस बार भी नारकीय हालत का सामना करने को मजबूर हैं.
दृश्य पांच : फतेहपुर बाइपास
शहर के भीड़ भरे हिस्से के बजाय बाहरी हिस्से से वाहनों को ले जाने के लिए फतेहपुर बाइपास प्रमुख मार्ग है. पर बाइपास के शुरू होते ही यहां घुटने भर जल जमाव हो गया है.जल निकासी का इंतजाम न होने से यह हालात पैदा हुए हैं. मुख्य नाले का निर्माण अधूरा रहने व कई स्थानों पर टूट जाने से यह परेशानी उत्पन्न हुई है. मुख्य सड़क पर ही ओवर फ्लो होकर नाले का गंदा पानी सड़क पर बह रहा है, जबकि शहर का यह प्रमुख बाइपास मार्ग है. इसके बाद भी नाली निर्माण व उसकी सफाई न करने से लोगों को परेशानी हो रही है.
दृश्य छह : सिसवन ढाला के समीप
जलजमाव का सामना लोगों को सिसवन ढाला के समीप भी करना पड़ रहा है.यहां से आधा दर्जन आवासीय मोहल्लों से लेकर रेलवे स्टेशन, इस्लामिया कॉलेज समेत अन्य प्रमुख स्थानों को लोगों का आना-जाना होता है. जलजमाव के चलते यहां राहगीर काफी परेशान होते हैं. लोगों को गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ता है. जलजमाव की स्थिति अगले कई दिनों तक बनी रही, तो संक्रामक रोग फैलने का खतरा उत्पन्न हो जायेगा. इसकी चिंता लोगों को सताने लगी है.
दृश्य सात : वीएमएच परिसर
शहर के महादेवा रोड स्थित वीएमएच स्कूल व जेपी चौक के समीप मौजूद वीएम मिडिल स्कूल में रिमझिम बारिश से पानी लग गया है. यहां जल निकासी का ठोस इंतजाम न होने से हर बारिश के बाद छात्र व शिक्षकों को दुश्वारियां ङोलनी पड़ती हैं.
इस बार फिर छात्र बारिश के चलते उत्पन्न हुए जलजमाव से मुश्किल में हैं. विद्यालय में आने वाले दोनों विद्यालयों के छात्रों को गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ रहा है. वहीं विद्यालय प्रबंधन की शिकायत है कि जल निकासी का उचित इंतजाम न होने से यह परेशानी बरकरार है.
क्या कहते हैं अधिकारी
जलजमाव से निदान के लिए कई स्थानों पर नाली का निर्माण तथा जाम पड़े नालों की सफाई की गयी है.बरसात में जलजमाव के चलते उत्पन्न हुई स्थिति का आकलन कर उसकी निकासी की कोशिश की जा रही है. इस कार्य में पंपिंग सेट की भी मदद ली जाती है. सफाई कार्य में लोगों का भी सकारात्मक सहयोग आवश्यक है.
आरके लाल, कार्यपालक पदाधिकारी,नगर पर्षद,सीवान