विद्यालय में प्रयाप्त भवन होता, तो नहीं जाती सोनी की जान
हसनपुरा . बुधवार को दिन के एक बजे तेज बारिश में ठनका गिरने से थाने के छोटकी टड़ीला गांव निवासी हरिलाल यादव की 12 वर्षीया पुत्री सोनी कुमारी की हुई मौत एक संयोग ही था. वह जिस उत्क्रमित मध्य विद्यालय हिंदी शिवाला में पढ़ती थी, उस विद्यालय में अगर पर्याप्त कमरे होते, तो शायद सोनी […]
हसनपुरा . बुधवार को दिन के एक बजे तेज बारिश में ठनका गिरने से थाने के छोटकी टड़ीला गांव निवासी हरिलाल यादव की 12 वर्षीया पुत्री सोनी कुमारी की हुई मौत एक संयोग ही था. वह जिस उत्क्रमित मध्य विद्यालय हिंदी शिवाला में पढ़ती थी, उस विद्यालय में अगर पर्याप्त कमरे होते, तो शायद सोनी कुमारी की जान नहीं जाती़ इस विद्यालय में कुल तीन कमरों में छह सौ छात्र-छात्राएं पठन-पाठन करते हैं़ नतीजतन विद्यालय के एचएम द्वारा खराब मौसम होने पर बच्चों को छुट्टी दे दी जाती है़ बुधवार को ऐसा ही हुआ. खराब मौसम होने के कारण भवन की क्षमता से अधिक बच्चों की छुट््टी कर दी गयी, जिससे सातवीं कक्षा की सोनी कुमारी की मौत ठनका गिरने से हो गयी. उधर छोटकी टड़ीला गांव में घटना के दूसरे दिन भी मायूसी छायी रही़ ज्ञात हो कि बुधवार को ठनका गिरने से एक छात्रा की मौत हो गयी तथा दो छात्राएं घायल हो गयी थीं़किसी शिक्षक ने नहीं दिया त्यागपत्रहसनपुरा . प्रख्ंाड में 2003 से अब-तक बहाल हुए प्रख्ंाड व पंचायत शिक्षकों के शैक्षणिक प्रमाण पत्रों की जांच चल रही है, लेकिन हसनपुरा में फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी करने वाले शिक्षकों ने त्याग पत्र नहीं दिया़ हाइकोर्ट ने नौ जुलाई तक स्वेच्छा से त्याग पत्र देने का ओदश दिया था़ इस बाबत बीइओ परमानंद मिश्र ने बताया कि अब तक जाली प्रमाण पत्र वाले शिक्षकों ने स्वेच्छा से त्याग पत्र नहीं दिया है़ अब जांचोपरांत कार्रवाई सुनिश्चित है़