विभागीय उदासीनता से छात्रों का भविष्य अधर में
बड़हरिया : प्रशासनिक व विभागीय उदासीनता व अकर्मण्यता के कारण प्रखंड के मध्य विद्यालय हरिहरपुर लालगढ़ में 21 दिनों से ताला लटका हुआ है, जिससे छात्र-छात्रओं का पठन-पाठन पूरी तरह ठप हो गया है. इससे अभिभावकों व ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है. साथ ही विद्यालय नहीं खुलने से पोशाक व छात्रवृत्ति राशि नहीं […]
बड़हरिया : प्रशासनिक व विभागीय उदासीनता व अकर्मण्यता के कारण प्रखंड के मध्य विद्यालय हरिहरपुर लालगढ़ में 21 दिनों से ताला लटका हुआ है, जिससे छात्र-छात्रओं का पठन-पाठन पूरी तरह ठप हो गया है.
इससे अभिभावकों व ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है. साथ ही विद्यालय नहीं खुलने से पोशाक व छात्रवृत्ति राशि नहीं मिलने की आशंका से अभिभावकों व छात्रों में नाराजगी है. ग्रामीणों का कहना है कि दो माह नियोजित शिक्षकों की हड़ताल में गुजर गया व फिर 21 दिन तालाबंदी में निकल गये. आखिरकार छात्र-छात्रओं की पढ़ाई कब होगी ? अभिभावकों का कहना है कि इतने दिनों तक पढ़ाई बाधित होने का गुनाहगार कौन है.
अभिभावक विद्यालय विद्यालय के प्रधानाध्यापक दीप शिखा व उनके पति अजय सिंह की कार्यशैली को मान रहे हैं. पूर्व में भी प्रधानाध्यापक दीप शिखा व शिक्षिका शकुन सिन्हा के बीच विवाद हो चुका है.
दोनों पक्षों ने जीवी नगर थाना कांड संख्या 211/15 व 212/15 के तहत मामला भी दर्ज कराया था. इधर, प्रधानाध्यापिका की कार्यशैली से शिक्षक भी नाराज बताये जा रहे हैं. वहीं प्रधानाध्यापिका ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि शिक्षकों के प्रति कड़ा रुख अपनाने से कुछ शिक्षक नाराज हो सकते हैं.
क्या है विभागीय पहल : डीपीओ राहुल चंद्र चौधरी ने सात जुलाई को विद्यालय पहुंच कर छात्रों, अभिभावकों व ग्रामीणों के आरोपों को सुन कर जुलाई में अपना जांच प्रतिवेदन डीइओ को सौंप दिया था. डीइओ महेशचंद्र पटेल ने प्रधानाध्यापिका का स्थानांतरण करने की अनुशंसा कर दी थी.
लेकिन विभागीय उदासीनता के कारण न प्रधानाध्यापिका का स्थानांतरण हो सका और न विद्यालय का ताला ही खुल सका. बहरहाल, विभागीय उदासीनता के कारण विद्यालय का ताला नहीं खुल सका है, जिससे छात्रों का भविष्य अधर में है.