सीवान: दाहा नदी से मिला शार्प शूटर सत्येंद्र का शव, किसी जमाने में शहाबुद्दीन का खासमखास था सत्येंद्र
सीवान: हुसैनगंज थाना क्षेत्र के बघौनी में दाहा नदी के तट से कुख्यात बदमाश सत्येंद्र तिवारी का शव पुलिस ने गुरु वार को बरामद किया. मौके से पुलिस ने एक कारतूस बरामद किया है. सत्येंद्र के सिर के पिछले हिस्से में दो गोली लगने के निशान भी है. आंदर थाना क्षेत्र के बेलवा मिठया निवासी […]
सीवान: हुसैनगंज थाना क्षेत्र के बघौनी में दाहा नदी के तट से कुख्यात बदमाश सत्येंद्र तिवारी का शव पुलिस ने गुरु वार को बरामद किया. मौके से पुलिस ने एक कारतूस बरामद किया है. सत्येंद्र के सिर के पिछले हिस्से में दो गोली लगने के निशान भी है. आंदर थाना क्षेत्र के बेलवा मिठया निवासी सत्येंद्र पर हत्या, अपहरण समेत दर्जनभर से अधिक संगीन मामले दर्ज हैं. जानकारी के मुताबिक शार्प शूटर के तौर पर चर्चित सत्येंद्र ने करीब चार वर्ष पूर्व ही अपराध जगत से नाता तोड़ लिया था. इसके बाद अपना अधिकतर समय वह घर पर ही व्यतीत करता था. पुलिस अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए संदिग्ध स्थानों पर छापेमारी कर रही है.
हुसैनगंज थाना क्षेत्र के बघौनी गांव से पश्चिम दाहा नदी के तट पर अपराह्न् तीन बजे अधेड़ व्यक्ति का शव पड़े होने की जानकारी ग्रामीणों की मिली. इसकी सूचना मिलने पर हुसैनगंज पुलिस मौके पर पहुंची. ग्रामीणों ने मृतक की पहचान सत्येंद्र तिवारी के रूप में की. इस पर पुलिस ने सत्येंद्र के परजिनों को जानकारी दी. परजिनों ने मौके पर पहुंच कर उसकी पहचान की. इसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. मौके से पुलिस ने एक कारतूस बरामद किया है. वहीं मृत व्यक्ति के सिर के पिछले हिस्से में दो गोली लगने के निशान है. उधर मृतक के कुख्यात अपराधी होने की सूचना पर पुलिस भी सिक्र य हो गयी. हुसैनगंज के अलावा जीरादेई,नगर थाना व आंदर थानों की पुलिस सदर अस्पताल पहुंची. हुसैनगंज थानाध्यक्ष आशीष कुमार मिश्र ने कहा कि शव का पोस्टमार्टम करा कर परजिनों को सौंप दिया गया.परजिनों की तरफ से आवेदन मिलने पर कार्रवाई की जायेगी.
विधायक पुत्र की हत्या में आरोपित रहा सत्येंद्र
फरवरी, 2002 में हुई तत्कालीन भाजपा जिलाध्यक्ष रामाकांत पाठक व वर्तमान जीरादेई विधायक आशा पाठक के पुत्र और नौकर की हत्या में भी सत्येंद्र तिवारी हत्यारोपित रहा था. नगर थाने के आंदर ढाला स्थित श्री पाठक के निवास पर उनके बेटे सोनू पाठक व नौकर अशोक यादव की गोलियों से छलनी कर हत्या कर दी गयी थी. इस मामले में सत्येंद्र तिवारी और आधा दर्जन अन्य नामजद थे.
पुरानी दुश्मनी को बताया जा रहा हत्या का कारण
जानकारी के मुताबिक सत्येंद्र के घर पर पहुंचे दो बाइक सवारों ने उसे पंचायती में बघौनी चलने की बात कही थी. चर्चा है कि बघौनी के विश्वकर्मा बिंद ने उसे वहां गोलियों से भून डाला. आंदर थाना क्षेत्र के बेलवास मिठया गांव निवासी स्वर्गीय ललन तिवारी के पुत्र सत्येंद्र तिवारी का अपराध से पुराना नाता था. हत्या, लूट सहित कई अपराधिक मामले दर्ज थे. सत्येंद्र कई बार वह जेल की जा चुका था. बताया जाता है कि एक जमाने में वह पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन का खासमखास था. हालांकि वर्ष 2007-08 में जेल से निकलने के बाद सत्येंद्र ने अपराध जगत से दूरी बनानी शुरू कर दी. करीब चार वर्ष से वह अधिकांश समय अपने गांव में ही व्यतीत करता था. परिजनों का आरोप है कि सत्येन्द्र को साजिश के तहत मारा गया है.