दो महीनों से नहीं जल रहे आंगनबाड़ी केंद्रों के चूल्हे

नहीं मिल रहा कुपोषित बच्चों, गर्भवती व प्रसूता महिलाओं को टीएचआर सीवान : समाज कल्याण विभाग ‘कुपोषण मुक्त हो हर घर अंगना, यही है सपना अपना’ का संदेश हर तरफ प्रसारित कर रहा है, लेकिन आवंटन के अभाव में दो महीनों से आंगनबाड़ी केंद्रों के चूल्हे बुङो हुए हैं, जिससे इन केंद्रों पर पढ़नेवाले बच्चे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 21, 2015 11:15 PM
नहीं मिल रहा कुपोषित बच्चों, गर्भवती व प्रसूता महिलाओं को टीएचआर
सीवान : समाज कल्याण विभाग ‘कुपोषण मुक्त हो हर घर अंगना, यही है सपना अपना’ का संदेश हर तरफ प्रसारित कर रहा है, लेकिन आवंटन के अभाव में दो महीनों से आंगनबाड़ी केंद्रों के चूल्हे बुङो हुए हैं, जिससे इन केंद्रों पर पढ़नेवाले बच्चे खाली पेट ही घर लौट रहे हैं और कुपोषण का शिकार हो रहे हैं.
साथ ही गर्भवती एवं प्रसूता महिलाओं को टीएचआर नहीं मिलने से वे भी कुपोषण की शिकार हो रही हैं. साथ ही इसका प्रभाव उनके होनेवाले बच्चे और नवजात बच्चों पर भी पड़ रहा है.
ऐसे में यह देश के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है.बच्चों को देश का भविष्य माना जाता है. ऐसे में यह स्थिति व्यवस्था पर प्रश्न चिह्न् खड़ा कर रही है.
क्या है योजना : जिले के 2650 आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषाहार एवं टीएचआर का वितरण किया जाना है. इसके अंतर्गत जहां आंगनबाड़ी केंद्रों पर पढ़नेवाले बच्चों को मेनू के अनुसार पोषाहार दिया जाना है.
वहीं प्रत्येक केंद्र पर कुपोषित एवं अति कुपोषित बच्चों व गर्भवती एवं प्रसूता महिलाओं को टीएचआर दिया जाना है. इसके अंतर्गत उन्हें चावल, दाल आदि पौष्टिक आहार दिये जाते हैं. इस मद में जिले में प्रतिमाह करीब चार करोड़ रुपये व्यय होते हैं.
दो माह से बाधित है आवंटन : आवंटन के अभाव में दो माह से योजना बंद पड़ी है. वहीं एक माह के लिए पिछले दिनों में आवंटन मिलने की बात कही जा रही है. इस महीने योजना चालू होने के बाद अगले माह फिर क्या होगा.
यह कोई बताने को राजी नहीं है. इसमें केंद्र से मिलने वाली सहायता राशि का भी बहाना बनाया जा रहा है. चाहे कारण जो भी हो. अंत में इसका खामियाजा तो लाभुकों को ही भुगतना है.
क्या कहते हैं अधिकारी
आवंटन के अभाव में दो माह से योजना बंद थी. विभाग द्वारा एक माह का आवंटन प्राप्त हुआ है. अब शीघ्र ही आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषाहार योजना का संचालन पूर्ववत शुरू हो जायेगा.
अनीशा सिंह, वरीय उपसमाहर्ता सह प्रभारी डीपीओ, आइसीडीएस, सीवान

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