छात्रवृत्ति से वंचित छात्र छात्राओं ने किया प्रदर्शन

सीवान : मेधा छात्रवृत्ति व प्रोत्साहन राशि से वंचित छात्रों ने बुधवार को जम कर बवाल काटा.राजेंद्र पथ को जाम कर आवागमन ठप कर दिया.पुलिस के दबाव में यहां से हटे छात्र समाहरणालय में आकर हंगामा करने लगे. हजारों की संख्या में आये छात्रों ने समाहरणालय के मुख्य गेट को जाम कर दिया, जिससे एक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 27, 2015 12:02 AM

सीवान : मेधा छात्रवृत्ति व प्रोत्साहन राशि से वंचित छात्रों ने बुधवार को जम कर बवाल काटा.राजेंद्र पथ को जाम कर आवागमन ठप कर दिया.पुलिस के दबाव में यहां से हटे छात्र समाहरणालय में आकर हंगामा करने लगे. हजारों की संख्या में आये छात्रों ने समाहरणालय के मुख्य गेट को जाम कर दिया, जिससे एक घंटे तक अधिकारी अपने कक्ष में ही कैद रहे.प्रदर्शनकारियों में माध्यमिक व उच्च माध्यमिक के सामान्य व पिछड़ा तथा अनुसूचित जाति वर्ग के छात्र बड़ी संख्या में शामिल थे.

शासन द्वारा मैट्रिक उत्तीर्ण अनुसूचित जाति व जनजाति तथा अत्यंत पिछड़ी जाति के छात्रों को व इंटर पास एससीएसटी की सिर्फ छात्राओं को छात्रवृत्ति तथा इंटर उत्तीर्ण अल्पसंख्यक व एससी एसटी छात्राओं को प्रोत्साहन राशि दी जाती है. योजना के तहत शासन द्वारा मैट्रिक में द्वितीय श्रेणी से पास एससी वर्ग के रोल कोड संख्या 92001 से 92030 तक के ही छात्रों की राशि उपलब्ध हुई थी.जबकि एसटी के 92001 से 92054 कोड के व अत्यंत पिछड़ी जाति के सिर्फ प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण छात्रों के 92001 से 92090 कोड तक के छात्रों की राशि आयी थी, जिसका वितरण 10 से 25 अगस्त तक समाहरणालय में कैंप लगा कर किया गया. वितरण की तिथि समाप्ति के बाद भी उक्त रोल कोड के अतिरिक्त छात्रों की धनराशि शासन से प्राप्त नहीं हुई है, जिसको लेकर प्रोत्साहन राशि व छात्रवृत्ति से वंचित छात्रों का गुस्सा भड़क उठा.

आक्रोशित छात्रों ने राजेंद्र पथ पर सरदार पटेल प्रतिमा के सामने मार्ग जाम कर दिया. छात्राओं के आक्रोश के आगे पुलिस काफी देर तक तमाशबीन बनी रही.आखिरकार समझा-बुझा कर प्रशासन ने जाम समाप्त कराया.

इसके बाद छात्र एक बार फिर समाहरणालय के मुख्य गेट को जाम कर धरना देने लगे, जिससे समाहरणालय परिसर में मौजूद विभिन्न विभागों के अधिकारी अपने कक्ष में ही घिरे रहे. इस दौरान यहां बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे आइजी को भी आक्रोश का सामना करना पड़ा.पुलिस के द्वारा कड़ी सुरक्षा के बीच काफी मशक्कत से आइजी को बैठक स्थल तक ले जाया गया.

अंत में जिला कल्याण पदाधिकारी अरुण कुमार सिन्हा व सदर एसडीओ भूपेंद्र यादव ने छात्रों से उनका मांगपत्र लेते हुए धनराशि के लिए शासन को पत्र लिखने का आश्वासन देते हुए आंदोलन समाप्त कराया. प्रदर्शनकारियों में सामान्य वर्ग के भी छात्र बड़ी संख्या में मौजूद थे, जिनकी मांग थी कि अन्य वर्ग की तरह ही हमें भी छात्रवृत्ति व प्रोत्साहन राशि दी जाये.

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