छात्राओं के हितों की अनदेखी से लोकतंत्र होगा कमजोर

छात्राओं के हितों की अनदेखी से लोकतंत्र होगा कमजोर फोटो-19-चौपाल में मौजूद छात्राएं.चुनावी चौपालजीरादेई .चौथे चरण के मतदान का नामांकन शुरू होने के बाद विधानसभा चुनाव प्रचार तेज होने लगा है.चौक-चौराहों से लेकर गांव की गलियों मेंं लोगों की जुबान पर अपने भावी प्रतिनिधि की चर्चा है. आमतौर पर लोगों में इस बात की नाराजगी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 9, 2015 6:30 PM

छात्राओं के हितों की अनदेखी से लोकतंत्र होगा कमजोर फोटो-19-चौपाल में मौजूद छात्राएं.चुनावी चौपालजीरादेई .चौथे चरण के मतदान का नामांकन शुरू होने के बाद विधानसभा चुनाव प्रचार तेज होने लगा है.चौक-चौराहों से लेकर गांव की गलियों मेंं लोगों की जुबान पर अपने भावी प्रतिनिधि की चर्चा है. आमतौर पर लोगों में इस बात की नाराजगी है कि चुनावी वादे मतदान के बाद नेता भुला देते हैं. जिसके चलते सर्व समाज के आर्थिक विकास व लोगों के बुनियादी इंतजाम व तरक्की अभी अधूरी है. प्रभात खबर टीम ने शुक्रवार को विधान सभा क्षेत्र जीरादेई के चुनावी चर्चाओं पर नजर दौड़ाई,तो लोगों ने भी आगे बढ़कर अपनी बातें सुनाई. ग्राम छितनपुर की बड़ी आबादी की ओर चुनाव में हर प्रत्याशियों की नजर रहती है.यहां चुनावी दंगल पर चर्चा की तो, छात्राओं व महिलाओं ने अपनी समस्याओं व अपने जनप्रतिनिधि से उम्मीदों को खुल कर रखा.चुनावी चौपाल में हुई चर्चा की एक संक्षिप्त रिपोर्ट.क्या कहती हैं छात्राएंविकास के तमाम दावों के बावजूद गांव व गरीब की स्थिति में सुधार नहीं आया है.अब भी बुनियादी सुविधाओं के लिए जूझना पड़ रहा है.सड़क के बजाय अधिकतर आबादी अभी भी पगडंडियों से अपना सफर करती है. सड़क, बिजली,नाली,पानी जैसी सुविधा मुहैया कराने वाला ही हमारा प्रतिनिधि होना चाहिए.फोटो-20- संगीता कुमारीमहिलाओं की शिक्षा का सवाल अब भी अधूरा है. उच्च शिक्षा के लिए यहां कोई इंतजाम नहीं है, जिसके चलते छात्राएं आगे की शिक्षा पूरी नहीं कर पाती है. सुविधा संपन्न छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए 20 से 30 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है.हमारा जनप्रतिनिधि इनका सवाल हल करने वाला चाहिए.फोटो-21- खुशबू कुमारीहमारा जनप्रतिनिधि ऐसा होना चाहिए, जो संकट व सुख-दुख में साथ रहे.हमारे बीच का प्रतिनिधि ही हमारी विकास की बात कर सकता है.समान रूप से विकास करने वाले प्रत्याशी को ही हम वोट करेंगे.साथ ही प्रतिनिधि स्वच्छ छवि का भी होना चाहिए.स्वच्छ छवि का व्यक्ति ही सभ्य समाज का निर्माण कर सकता है.फोटो-22-मधु कुमारीमहिलाएं समाज में अब भी अपने को असुरक्षित महसूस कर रही हैं.महिला उत्पीड़न व हिंसा की घटनाओं में कमी नहीं आ रही है.महिलाओं के हितों की अनदेखी करने वाले प्रतिनिधि को हम कभी बरदाश्त नहीं करेंगे.हमारा सड़क से लेकर सदन तक महिलाओं की बात करने वाला प्रतिनिधि होना चाहिए.फोटो-23- कंचन कुमारी

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