रबी फसल अभियान को लेकर डीएओ ने की समीक्षा बैठक

रबी फसल अभियान को लेकर डीएओ ने की समीक्षा बैठक सीवान . रविवार को जिला कृषि पदाधिकारी राजेंद्र कुमार वर्मा की अध्यक्षता में मैरवा स्थित प्रखंड कार्यालय परिसर में रबी फसल को लेकर समीक्षा बैठक हुई. बैठक में पांच प्रखंडों जीरादेई, मैरवा, दरौनी, गुठनी व नौतन के प्रखंड कृषि पदाधिकारी, कृषि सलाहकार व कृषि समन्वयक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 18, 2015 6:31 PM

रबी फसल अभियान को लेकर डीएओ ने की समीक्षा बैठक सीवान . रविवार को जिला कृषि पदाधिकारी राजेंद्र कुमार वर्मा की अध्यक्षता में मैरवा स्थित प्रखंड कार्यालय परिसर में रबी फसल को लेकर समीक्षा बैठक हुई. बैठक में पांच प्रखंडों जीरादेई, मैरवा, दरौनी, गुठनी व नौतन के प्रखंड कृषि पदाधिकारी, कृषि सलाहकार व कृषि समन्वयक शामिल हुए. डीएओ श्री वर्मा ने बैठक के दौरान पांच प्रखंडों में किये जाने वाली रबी की खेती की गहन समीक्षा की. चुनाव बाद लगने वाले कृषि उपादान मेले की तैयारी की भी समीक्षा की. श्री वर्मा ने कहा कि विभाग द्वारा उपलब्ध कराये गये संसाधनों की हर हाल में किसानों तक पहुंच सुनिश्चित करनी है ताकि प्रखंड वार लक्ष्य को पूरा किया जा सके. उन्होंने कहा कि मैरवा प्रखंड में 2785 हेक्टेयर में गेहूं,14 हेक्टेयर में चना व 441 हेक्टेयर में मक्का की खेती, जीरादेई प्रखंड में 5550 हेक्टेयर में गेहूं,27 हेक्टेयर में चना व 784 हेक्टेयर में मक्के की खेती,नौतन प्रखंड में 3133 हेक्टेयर में गेहूं,15 हेक्टेयर में चना व 441 हेक्टेयर में मक्के की खेती, गुठनी प्रखंड में 4177 हेक्टेयर में गेहूं, 20 हेक्टेयर में चना व 587 हेक्टेयर में मक्के तथा दरौली प्रखंड में 5570 हेक्टेयर में गेेहूं,27 हेक्टेयर में चना व 784 हेक्टेयर में मक्के की खेती का लक्ष्य है. जबकि पूरे जिले में एक लाख दो हजार हेक्टेयर में रबी की खेती का लक्ष्य हैं. उन्होंने यह भी कहा कि जिला स्तर पर पांच दिसंबर को लगने वाले मृदा स्वास्थ्य मेले में किसानों के बीच मृदा स्वास्थ्य कार्ड का वितरण करना है. उन्होंने कहा कि तीन वर्षीय इस योजना के तहत जिले के एक लाख किसानों के बीच इस कार्ड का वितरण किया जायेगा, जिसके तहत प्रथम चरण में 16 हजार 600 किसानों के बीच कार्ड का वितरण होगा. अब तक जिले के 57 सौ किसानों के मिट्टी का नमूना जांच के लिए लिया गया है. मृदा स्वास्थ्य कार्ड के फायदे के बारे में श्री वर्मा ने बताया कि इस कार्ड में संबंधित मिट्टी की प्रकृति के साथ-साथ उसमें पायी जाने वाली कमियों के बारे में भी उल्लेख होगा, और उनसे निदान की जानकारी भी इसी में होगी. किस मिट्टी पर कौन सी फसल उगाने से किसानों को लाभ होगा, इसका भी उल्लेख कार्ड में रहेगा. मौके पर बीएओ जनार्दन प्रसाद यादव,दिनेश राम,विक्रमा मांझी,कामेश्वर राम व राम सेवक सिंह सहित कृषि समन्वयक राम मनोहर उपस्थित थे.

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