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Bihar Board Sentup Exam: जींस पहनकर पहुंचे 60 छात्रों को परीक्षा में नहीं मिली एंट्री, कॉलेज में जमकर हंगामा

Bihar Board Sentup Exam: बिहार बोर्ड इंटरमीडिएट की सोमवार से शुरू हुई परीक्षा में कई छात्रों को परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं करने दिया गया. ये छात्र जींस पहनकर परीक्षा केंद्र पर पहुंचे थे. इसके साथ ही 75 प्रतिशत से काम उपस्थिति वाले छात्रों को भी परीक्षा से वंचित कर दिया गया.

By Anand Shekhar | November 11, 2024 4:15 PM
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Bihar Board Sentup Exam: सीवान के भगवानपुर हाट थाना क्षेत्र स्थित एसएस हाई स्कूल सह इंटर कॉलेज में सोमवार को ड्रेस कोड का उल्लंघन करने के कारण 60 बच्चों को इंटरमीडिएट की सेंटअप परीक्षा से वंचित कर दिया गया. इसके बाद इन छात्रों ने कॉलेज के मुख्य गेट पर जमकर हंगामा किया. जिसके बाद पुलिस को मोर्चा संभालना पड़ा.

75 प्रतिशत से कम अटेंडेंस वालों को भी नहीं मिली एंट्री

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के निर्देश पर सोमवार से इंटरमीडिएट की सेंटअप परीक्षा शुरू हो गई. सेंटअप परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों को ही अगले वर्ष बोर्ड द्वारा आयोजित होने वाली वार्षिक परीक्षा में शामिल होने के लिए एडमिट कार्ड जारी किया जाएगा. इस परीक्षा के लिए जींस पहनकर पहुंचे विद्यार्थियों को विद्यालय प्रशासन ने विभागीय निर्देश का हवाला देकर सेंटअप परीक्षा से वंचित कर दिया. साथ ही करीब 100 वैसे विद्यार्थियों को भी परीक्षा से वंचित कर दिया गया जिनकी उपस्थिति 75 प्रतिशत से कम थी.

प्राचार्य ने ड्रेस कोड का दिया हवाला

कॉलेज के प्राचार्य लालबाबू कुमार ने बताया कि शिक्षा विभाग के पूर्व एसीएस केके पाठक द्वारा शिक्षक सहित छात्रों को जिंस पहनकर विद्यालय आने पर रोक लगा दिया गया था. इसके आलोक में डीइओ स्तर से भी पत्र जारी कर ड्रेस कोड में शिक्षक सहित छात्रों को विद्यालय आने का पत्र जारी किया गया. साथ ही डीइओ कार्यालय द्वारा चेतावनी भी दी गयी कि अगर कोई शिक्षक व छात्र जिंस व टी-शर्ट पहनकर विद्यालय आता है तो इसकी सारी जवाबदेही विद्यालय प्रधान की होगी. जिसके बाद जिंस पहनकर सेंट अप परीक्षा में शामिल होने आये तकरीबन 60 छात्रों को परीक्षा से वंचित कर दिया गया.

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आश्वासन के बाद शांत हुआ हंगामा

प्राचार्य ने बताया कि करीब 100 छात्र जिनकी उपस्थिति 75 प्रतिशत से कम थी, उन्हें भी परीक्षा से वंचित कर दिया गया. विभाग की ओर से 75 प्रतिशत उपस्थिति को भी अनिवार्य बताया गया है. परीक्षा से वंचित दोनों कोटि के करीब 160 छात्रों ने कॉलेज के मुख्य द्वार पर हंगामा किया. इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस की मौजूदगी में प्राचार्य ने वंचित छात्रों की परीक्षा 20 नवंबर को कराने का आश्वासन दिया, जिसके बाद छात्रों का हंगामा शांत हुआ.

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