दूध अपना नहीं खून पिलाती है मां : चांदनी शबनम
दूध अपना नहीं खून पिलाती है मां : चांदनी शबनम कवि सम्मेलन सह मुशायरा में झूमते रहे लोगफोटो- 12 -अपनी रचाना प्रस्तुत करतीं चांदनी शबनम. लकड़ीनबीगंज . प्रखंड क्षेत्र के खवासपुर बाजार स्थित खेल मैदान में रविवार की शाम कवि सम्मेलन सह मुशायरा के आयोजन किया गया. शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर जदयू प्रखंड अध्यक्ष रहमुद्दीन […]
दूध अपना नहीं खून पिलाती है मां : चांदनी शबनम कवि सम्मेलन सह मुशायरा में झूमते रहे लोगफोटो- 12 -अपनी रचाना प्रस्तुत करतीं चांदनी शबनम. लकड़ीनबीगंज . प्रखंड क्षेत्र के खवासपुर बाजार स्थित खेल मैदान में रविवार की शाम कवि सम्मेलन सह मुशायरा के आयोजन किया गया. शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर जदयू प्रखंड अध्यक्ष रहमुद्दीन खान ने किया. अध्यक्षता जदयू नेता सैयद नजबुल होदा ने की. कवि सम्मेलन सह मुशायरे में पधारे यूपी की प्रसिद्ध कवि सुप्रिया पाठक, सुनील कुमार तंग, शायर बादशाह प्रेमी, फलक परवीन, चांदनी शबनम, आलम साबरी, डाॅ गोरख मस्ताना, जनाब तारिक अनवर आदि का फूल माला पहना कर स्वागत किया गया. कार्यक्रम का आगाज करते हुए यूपी के गाजीपुर से आयीं चांदनी शबनम ने अपनी रचनाएं प्रस्तुत करते हुए कहा कि दूध अपना नहीं खून पीलाती है मां, खुद न खा कर खिलाती है मां, हर शकुन मिलता है मां के आंचल तले प्रस्तुत कर सभी को भावविभोर कर दिया. सुप्रिया पाठक ने अपनी रचाना प्रस्तुत करते हुए कहा कि डूबती हुई नाव की पतझड़ बन जाऊंगी, बेटी हूं भारत की तलवार बन जाउंगी. वहीं हमारा पे लागी है सबकी नजरिया, काहे ले के जाऊं बाली उमरिया हास्य व्यंग के कवि सुनील कुमार तंग सहित अन्य ने अपनी अपनी रचनएं प्रस्तुत की. मौके पर असलम खान, मो अली अकबर, भोला यादव, राजेश सिंह, एकराम खान, मुखिया ब्रजेश सिंह, मो अयूब, वसीर अहमद उपस्थित थे.