दो दिनों से छाये रहे कोहरे ने कराया ठंड का एहसास
सीवान : दो दिनों से पड़ रहे कोहरे ने लोगों को ठंड का एहसास करा दिया है. अब लोग सुबह में घर से निकलने के लिए सोच रहे हैं. क्योंकि आठ बजे तक कोहरे छाया रहता है, जिससे ठंड भी बढ़ गयी है. गुरुवार को करीब दस बजे के बाद हल्की-हल्की धूप निकली, लेकिन कोहरे […]
सीवान : दो दिनों से पड़ रहे कोहरे ने लोगों को ठंड का एहसास करा दिया है. अब लोग सुबह में घर से निकलने के लिए सोच रहे हैं. क्योंकि आठ बजे तक कोहरे छाया रहता है, जिससे ठंड भी बढ़ गयी है. गुरुवार को करीब दस बजे के बाद हल्की-हल्की धूप निकली, लेकिन कोहरे का एहसास खत्म नहीं हुआ. शाम होते ही फिर से कोहरे छा गया.
लोग शाम होते ही अपने घरों में ठंड के कारण दुबक जा रहे हैं. ठंड के कारण ऊनी कपड़ों की भी मांग बढ़ गयी है. लोग ऊनी वस्त्रों की खरीदारी के लिए बाजार में पहुंचने लगे है. तिब्बत से आये लोग अपनी-अपनी दुकानें अस्पताल रोड में लगा चुके हैं,जहां लोगों की भीड़ उमड़ रही है.
सुबह में कोहरे से नहीं दिखाई दे रही सड़क : सुबह में कोहरा इतना घना था का थोड़ी दूरी पर ही कुछ भी नहीं दिखायी दे रहा था. इसका असर आठ बजे सुबह तक था. कुहासे के कारण अब कई ट्रेनें अपने समय से विलंब से चल रही हैं. त्योहार का मौसम समाप्त हो गया है. अब लोग अपने-अपने प्रदेशों के लिए लौटने लगे हैं, जिससे लोगों को घंटो प्लेटफाॅर्म पर ट्रेनों का इंतजार करना पड़ रहा है. इसी तरह सड़कों पर भी लोग एक-दुक्का दिखायी दे रहे हैं.
ठंड में तिब्बती कपड़ों की बढ़ी मांग : नगर के अस्पताल रोड में तिब्बत से आये लोगों ने अलग-अलग स्टॉल लगा कर आधा दर्जन से अधिक ऊनी वस्त्रों की दुकाने खोल रखी है, जहां ऊनी वस्त्रों की बिक्री खूब हो रही है.इधर, दो दिनों से बढ़ी ठंड से और दिनों की अपेक्षा गुुरुवार को ग्राहकों की भीड़ दिखायी दी.
दुकानदारों ने बताया कि 250 से लेकर 800 तक का स्वेटर, 800 से लेकर 1600 तक का जॉकेट, 220 से लेकर 550 तक का शाल, 30 से लेकर 50 तक की टोपी व 150 से लेकर 1500 तक छोटे बच्चों के ऊनी वस्त्र उपलब्ध हैं.
ठंड में कोल्ड डायरिया की बनी रहती है संभावना : ठंड में लोगों को कोल्ड डायरिया होने की संभावना बनी रहती है. इसके लिए लोगों को ठंड से बचने की आवश्यकता है. इस संबंध में जानकारी देते हुए सदर अस्पताल के डॉ मुकेश कुमार ने बताया कि लोगों को स्वच्छ व ताजी चीजें खानी चाहिए, क्योंकि फुड प्वाइजन से ही डायरिया होने की संभावना बनी रहती है. लोगों को पानी भी खूब पीना चाहिए.