दो संचालकों के फेर में फंसा कस्तूरबा गांधी वद्यिालय
दो संचालकों के फेर में फंसा कस्तूरबा गांधी विद्यालय नये संचालक ने चार्ज नहीं देने का लगाया आरोपछात्राओं को उठानी पड़ रही कई दिक्कतें दरौली(सीवान). दरौली के कस्तूरबा आवासीय बालिका विद्यालय का भविष्य दो संचालकों के बीच फंस कर रह गया है़ दोनों संचालकों की लापरवाही के कारण आवासीय विद्यालय में पढ़ रहे छात्राओं को […]
दो संचालकों के फेर में फंसा कस्तूरबा गांधी विद्यालय नये संचालक ने चार्ज नहीं देने का लगाया आरोपछात्राओं को उठानी पड़ रही कई दिक्कतें दरौली(सीवान). दरौली के कस्तूरबा आवासीय बालिका विद्यालय का भविष्य दो संचालकों के बीच फंस कर रह गया है़ दोनों संचालकों की लापरवाही के कारण आवासीय विद्यालय में पढ़ रहे छात्राओं को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है़. विदित हो कि इस विद्यालय के पूर्व संचालक प्रमोद कुमार द्वारा विद्यालय का चार्ज देने के बाद भी विद्यालय का संचालन ठीक ढंग से नहीं हो पा रहा है़. वर्तमान संचालक श्याम प्रकाश का कहना है कि पूर्व संचालक ने पूर्ण रूप से अभी चार्ज नहीं दिया है. जिससे संचालन में काफी दिक्कतें आ रही है़ं श्री प्रकाश का कहना है कि आवर्ति मद में राशि नहीं होने के कारण कोई भी काम सुचारु रूप से नही हो पा रहा है़. वैसे भी विद्यालय में समस्याओं का अंबार लगा है. समय से भोजन, रोशनी, केरोसिन की कमी से विद्यालय में कुव्यवस्था का आलम है. जेनरेटर दिखावा बना है, जिसके कारण बच्चियां लैंप के सहारे पढ़ाई करने को लाचार हैं. विद्यालय में सौ छात्राओं को पढ़ने व रहने की क्षमता है, पर 2015-16 सत्र में अभी तक 31 छात्राओं का ही नामांकन हो सका है. रसोइया सुचित्रा त्रिपाठी व सीमा देवी का कहना है कि भोजन बनाने के समय लकड़ी जलाना पड़ता है. केरोसिन की कमी से समय पर खाना नहीं बन पाता.