पंचायत चुनाव को ले गरमाने लगी गांवों की राजनीति
पंचायत चुनाव को ले गरमाने लगी गांवों की राजनीति जिप सदस्य, मुखिया सरपंच व पंचायत समिति सदस्य के दावेदारों की बढ़ने लगी सक्रियता वर्तमान प्रतिनिधियों को घेरने की शुरू है तैयारीमार्च-अप्रैल में होना है चुनाव, मध्य मई तक सदस्यों का कार्यकाल हो जायेगा पूरादरौंदा़ त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों के चुनाव की आहट के साथ ही गांवों […]
पंचायत चुनाव को ले गरमाने लगी गांवों की राजनीति जिप सदस्य, मुखिया सरपंच व पंचायत समिति सदस्य के दावेदारों की बढ़ने लगी सक्रियता वर्तमान प्रतिनिधियों को घेरने की शुरू है तैयारीमार्च-अप्रैल में होना है चुनाव, मध्य मई तक सदस्यों का कार्यकाल हो जायेगा पूरादरौंदा़ त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों के चुनाव की आहट के साथ ही गांवों की राजनीति गरमाने लगी है़ वर्तमान जिला पर्षद सदस्य, मुखिया, सरपंच व पंचायत समिति सदस्यों के साथ-साथ इस पद के संभावित दावेदारों की सक्रियता बढ़ गयी है़ गांवों के चौपालों पर चुनावी चर्चा शुरू है़ निकटतम प्रतिद्वंद्वी वर्तमान सदस्यों को हर मोरचे पर घेरने में जुट गये हैं. लोगों के घर पर दस्तक भी पड़ने लगी है़ बता दें कि त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों का चुनाव मार्च-अप्रैल में होना तय है़ इस लिहाज से चुनाव में अब चार माह का फासला रह गया है़ जनवरी अंत अथवा फरवरी के आरंभ में अधिसूचना जारी होने की उम्मीद की जा रही है़ मध्य मई तक इन प्रतिनिधियों का कार्यकाल पूरा हो जायेगा़ इसके पूर्व ही चुनाव प्रक्रिया संपन्न करानी है़तैयारी में जुटा विभाग, मतदाता सूची का विखंडन कार्य शुरू : चुनाव को लेकर पंचायती राज विभाग भी तैयारी में जुट गया है़ वार्डवार मतदाता सूची का विखंडन भी शुरू हो गया है़ मतदाता सूची में नये नाम जोड़ने व अवांछित नाम आदि हटाने का कार्य भी आरंभ है़ मतदाता सूची के अंतिम प्रकाशन व मतदाता सूची मुद्रण तक शिड्यूल तय हो गया है़वर्ष 2016 में होनेवाले पंचायत चुनाव में पंचायतों के आरक्षण को लेकर वर्तमान प्रतिनिधियों की सांसें अटकी हुई हैं, क्योंकि आरक्षण के बाद कम-से-कम 50 फीसदी प्रतिनिधि चुनाव दौर से बाहर हो जायेंगे, क्योंकि अगले साल होने वाले चुनावों में 50 फीसदी सीटें, अनुसूचित जाति तथा जनजाति एवं पिछड़ा जाति के लिए आरक्षित होंगी़ यद्यपि इस दिशा में अभी दिशा-निर्देश जारी होना बाकी है़ लेकिन यह तय है कि इससे आरक्षित सीटें अनारक्षित होंगी और अनारक्षित सीटें आरक्षित में बदल जायेंगी़ बता दें कि दो टर्म तक एक आरक्षण रोस्टर पर चुनाव का निर्णय है़ वर्ष 2006 और 2011 में एक ही आरक्षण रोस्टर पर चुनाव हो चुका है़ आबादी के हिसाब से आरक्षण का फॉर्मूला चलता है़ शराबबंदी की घोषणा पर जताई प्रसन्नता दरौंदा़ एक अप्रैल 2016 से बिहार में शराबबंदी की घोषणा करने पर महागंठबंधन के नेताओं ने प्रसन्नता व्यक्त की है़ विधायक कविता सिंह ने कहा कि मुख्यमंंत्री नीतीश कुमार जो बोलते हैं वह करके दिखाते हैं. उन्होंने कहा कि बीपीएल परिवारों को बिजली कनेक्शन मुफ्त देने की घोषणा के तुरंत बाद उन्होंने बिहार में शराबबंदी की घोषणा कर यह बताने का कार्य किया कि हम अपने वादों के पक्के हैं. जदयू नेता अजय सिंह ने कहा कि जनता ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर इसलिए विश्वास किया कि वह जो कहते हैं वो करते हैं. ललन हत्याकांड में एक और गिरफ्तारदरौंदा़ थाना कांड संख्या 306/15 के एक और नामजद अभियुक्त को पुलिस ने शनिवार की रात गिरफ्तार कर रविवार को सीवान जेल भेज दिया़ बताया जाता है कि दरौंदा थाना क्षेत्र के पिपरा निवासी रामजन्म यादव के पुत्र ललन यादव को सहोदर भाइयों ने मिल कर जमीन विवाद को लेकर लाठी-डंडा से मारपीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था़, जिसकी मृत्यु शुक्रवार की रात हो गयी थी़ ललन यादव ने अपने सहोदर भाई अच्छेलाल यादव, छोटेलाल यादव और आशा देवी के खिलाफ मारपीट की स्थानीय थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी थी़ जबकि पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए अच्छेलाल यादव को शुक्रवार की रात ही गिरफ्तार कर लिया, जबकि दूसरे दिन शनिवार की रात छोटेलाल यादव को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया़ जबकि अभी आशा देवी पुलिस की गिरफ्त से दूर है़ थानाध्यक्ष सुनील कुमार ने बताया कि आशा देवी को भी बहुत जल्द गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जायेगा़नौ महिलाओं का हुआ बंध्याकरणदरौंदा़ स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शनिवार को परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत नौ महिलाओं का बंध्याकरण ऑपरेशन किया गया़ शिविर में ऑपरेशन के लिए तैनात अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा प्रभारी डॉ हरिशंकर सिंह, डॉ सुरेंंद्र प्रसाद, श्रीनिवास सिंह एवं एएनएम सोनामती देवी, मंजु कुमारी, कांति देवी, संजू कुमारी एवं अन्य सहयोगियों के द्वारा महिलाओं की स्वास्थ्य की जांच करने के बाद बंध्याकरण किया गया तथा प्रत्येक महिलाओं को प्रोत्साहन के रूप में 14 सौ रुपये दिए गये़ बंध्याकरण के लिए आई महिलाओं ने बताया कि अस्पताल में सिर्फ डॉक्टरों द्वारा ऑपरेशन किया जा रहा है जबकि ऑपरेशन में उपयोग होने वाले ग्लब्स, ब्लेड एवं अन्य दवा बाहर से लानी पड़ी.