केंद्रीय वद्यिालय में शक्षिकों की भारी कमी
केंद्रीय विद्यालय में शिक्षकों की भारी कमीकरीब दस शिक्षकों के पद रिक्त होने से शिक्षण कार्य है प्रभावितफंड नहीं होने के कारण प्राचार्य ने अनुबंध के चार टीचरों को हटायापैसे की कमी के कारण छात्र नहीं जा रहे हैं विभिन्न प्रतियोगिताओं में फोटो. 11 केंद्रीय विद्यालय सीवानसीवान. स्थापना काल से ही भवन की जमीन के […]
केंद्रीय विद्यालय में शिक्षकों की भारी कमीकरीब दस शिक्षकों के पद रिक्त होने से शिक्षण कार्य है प्रभावितफंड नहीं होने के कारण प्राचार्य ने अनुबंध के चार टीचरों को हटायापैसे की कमी के कारण छात्र नहीं जा रहे हैं विभिन्न प्रतियोगिताओं में फोटो. 11 केंद्रीय विद्यालय सीवानसीवान. स्थापना काल से ही भवन की जमीन के लिए संघर्ष कर रहे केंद्रीय विद्यालय, सीवान इन दिनों विभागीय उपेक्षा का शिकार है. पहले टीचरों की संख्या अधिक थी तो प्राचार्य विवादों में उलझे रहे. अब विद्यालय को एक अच्छे प्राचार्य मिले तो विभाग में पैरवी कराकर कई शिक्षकों ने अपना यहां से ट्रांसफर करा लिया. विद्यालय में शिक्षकों की कमी के कारण छात्रों को गुणवतापूर्ण शिक्षा नहीं मिल पा रही है.अभी पीजीटी में दो, टीजीटी में तीन,पीआरटी में चार तथा एक गेम टीचर सहित दस शिक्षकों का पद रिक्त है. छात्रों का शिक्षण कार्य प्रभावित नहीं हो, इसके लिए विद्यालय प्रबंधन ने अनुबंध पर नौ शिक्षकों की बहाली की. लेकिन शिक्षकों को मानदेय देने के लिए फंड में विभाग द्वारा राशि नहीं भेजने के कारण प्रबंधन ने चार अनुबंध के शिक्षकों को हटा दिया.फिलहाल छात्रों से जो फीस वसूलें जा रहें हैं.उसी से किसी तरह अनुबंध के शिक्षकों को मानदेय दिया जा रहा है.विद्यालय में पढ़ने वालें छात्रों को विभिन्न खेल कुद व अन्य प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए भेजने में परेशानी हो रही है.किसी तरह एक-दो छात्रों को प्रतियोगिताओं में भेजकर औपचारिकता पुरी की जा रही है.विद्यालय में छात्रों को गुण्वतापूर्ण शिक्षा नहीं मिलने को लेकर अभिभावक काफी नाराज है.अभिभावकों का कहना है कि विद्यालय का इसी तरह विभाग उपेक्षा करता रहा तो वे विद्यालय के अध्यक्ष सह जिलाधिकारी से मिलकर अपनी मांगों को रखेंगे. क्या कहते है प्राचार्य कर्मवीर सिंह-शिक्षकों की कमी के कारण पहले शिक्षण काय्र प्रभावित हुआ था.पनांच अनुबंध के टीचरों से मैनेज कर सभी कक्षाएं चलाई जा रही है. यह बात सही है कि चार अनुबंध के टीचरों को हटाया गया है.फंड के विभाग के अधिकारियों से बात हुई है. उम्मीद है कि शीघ्र फंड मिलने के बाद स्थिति सामान्य हो जाएगी.