अपहर्ताओं से मिल कर घरवालों से मांगी 15 लाख की फिरौती
सीवान : पुलिस कप्तान सौरभ कुमार साह के नेतृत्व में एसआइटी टीम ने आइसीआइसीआइ बैंक के अपहृत सेल्स ऑफिसर मुरलीधर कृष्ण की बरामदगी कर मामले का पटाक्षेप कर दिया. पुलिस ने इस मामले में पांच अपहर्ताओं को भी गिरफ्तार किया है. इनके पास से पुलिस ने एक नाइन एमएम की पिस्तौल, एक .315 का कट्टा, […]
सीवान : पुलिस कप्तान सौरभ कुमार साह के नेतृत्व में एसआइटी टीम ने आइसीआइसीआइ बैंक के अपहृत सेल्स ऑफिसर मुरलीधर कृष्ण की बरामदगी कर मामले का पटाक्षेप कर दिया. पुलिस ने इस मामले में पांच अपहर्ताओं को भी गिरफ्तार किया है. इनके पास से पुलिस ने एक नाइन एमएम की पिस्तौल, एक .315 का कट्टा, छह गोलियां व चार मोबाइल बरामद किये हैं.
अपहरण के बाद अपराधियों के साथ मिल कर 15 लाख की रंगदारी मांगने के कारण बैंककर्मी सहित सभी पांचों अपराधियों को पुलिस ने जेल भेज दिया. पकड़े गये अपहरणकर्ताओं में दरौली के कन्हौली का मुन्ना सिंह,तरुअन का आदित्य कुमार,कनैला का सोनी सिंह,कन्हौली का ब्रजेश यादव और छपरा के एकमा थाने के भरहोपुर का रंजीत सिंह शामिल हैं.
एसपी ने बताया कि चार दिसंबर को बैंक के प्र्रबंधक ने नगर थाने में आवेदन देकर अपने सेल्स ऑफिसर मुरलीधर कृष्ण के गायब होने की शिकायत दर्ज करायी. एफआइआर दर्ज होते ही पुलिस हरकत में आयी. एसपी ने नगर थाने के थानाध्यक्ष प्रियरंजन, एसआइटी के एसआइ विनय प्रताप सिंह व शंभु प्रसाद को इस कांड की जिम्मेवारी दी. टीम ने बैंककर्मी के मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर डाला.
लेकिन मोबाइल स्वीच ऑफ होने के कारण पुलिस ने रंगदारी मांगने वाले नंबर तथा बैंककर्मी के फेसबुक व वाट्सएप्स की निगरानी करने लगी. एसपी ने बताया कि अपहरण होने के बाद बैंककर्मी लगातार चैटिंग करता रहा. एक दिन पहले दो लोगों को पकड़ा गया. उसके बाद सीवान व सीमावर्ती उत्तर प्रदेश में कई स्थानों को बदले जाने के बाद पुलिस ने सोमवार को बैंककर्मी को तीन अपहरणकर्ताओं के साथ बरामद किया. एसपी ने बताया कि अपहरणकर्ता व बैंककर्मी एक ही लॉज में रहते थे,
जहां पर अपहरणकर्ताओं से आपसी लेन-देन को लेकर कुछ दिनों पहले मारपीट हुई. बैंककर्मी द्वारा पैसे वापस नहीं किये जाने पर उसके लॉज में रहने वालों ने एकाउंट खोलने के नाम पर बुलाया और उसे अगवा कर लिया. अपहरण के बाद बैंककर्मी ने अपराधियों के साथ मिलकर अपने परिवारवालों से 15 लाख फिरौती की मांग कर डाली, लेकिन लेने में कामयाब नहीं हो सका.असम में रहनेवाली माशुका के साथ शादी करने की थी योजना :
मुरलीधर कृष्ण अपहरण के बाद अपराधियों के साथ मिल गया.वह अपहरणकर्ताओं के मोबाइल से लगातार अपनी माशुका से मोबाइल पर बात करता रहा. उसने प्लान बनाया था कि 15 लाख फिरौती मिलने पर उसका अधिक हिस्सा अपने पास रखेगा और कुछ हिस्सा अपहरणकर्ताओं को देगा.फिरौती की रकम से वह अपनी माशुका के साथ जीवन बिताना चाहता था.
एसपी ने बताया कि उसके परिवार वालों के पास इतनी औकत नहीं थी, लेकिन अपहरण व फिरौती मांगे जाने को लेकर उसके घर वाले परेशान थे. बैंककर्मी छह भाई हैं. पिता सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारी है. बैंक की जॉब परफॉर्मेंस जॉब थी. डेढ़ महीने पुरानी नौकरी में वह अपने लक्ष्य काे पूरा नहीं कर पाया था.
इस कारण नौकरी जाने का भी खतरा मंंडरा रहा था. इसी कारण उसने जीवन जीने के लिए अपहरणकर्ताओं के साथ मिल शार्ट कट रास्ता चुना, लेकिन इस रास्ते ने उसे सलाखों के पीछे पहुंचा दिया.