कुहासे की चादर से ढंकी रहीं सड़कें
कुहासे की चादर से ढंकी रहीं सड़कें फोटो-धूप न निकलने से परेशान रहे लोगट्रेनों की लेट-लतीफी से सीवान जंकशन पर लगी रही यात्रियों की भीड़ इंट्रो-मौसम की मार का असर अब आम जनजीवन पर पड़ने लगा है.कुहासे के चलते मंगलवार को तीसरे दिन भी अधिकतर समय सड़कों पर सन्नाटा छाया रहा.उधर, जरूरतमंद परिवार ठंड से […]
कुहासे की चादर से ढंकी रहीं सड़कें फोटो-धूप न निकलने से परेशान रहे लोगट्रेनों की लेट-लतीफी से सीवान जंकशन पर लगी रही यात्रियों की भीड़ इंट्रो-मौसम की मार का असर अब आम जनजीवन पर पड़ने लगा है.कुहासे के चलते मंगलवार को तीसरे दिन भी अधिकतर समय सड़कों पर सन्नाटा छाया रहा.उधर, जरूरतमंद परिवार ठंड से राहत के लिए आवश्यक उपाय करने में जुटे हैं. वहीं ट्रेनों की लेट-लतीफी से सीवान जंकशन पर यात्रियों की भीड़ लगी रही और लोग ट्रेनों के इंतजार में परेशान दिखे.संवाददाता, सीवानशाम ढलते ही कुहासा गिरना शुरू हो जा रहा है,जो दूसरे दिन दोपहर के पूर्व तक छाया रह रहा है.कड़ी धूप न खिलने से मौसम की मार लोगों पर भारी पड़ रही है, जिससे मौसम में गलन बढ़ी है. इधर, लगातार तापमान भी गिरता जा रहा है. आसमान साफ होने के बजाय बादल छाये रह रहे हैं.औसतन 14 डिग्री सेल्सियस रह रहा न्यूनतम तापमान : तापमान में लगातार गिरावट जारी है.आमतौर पर न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस रह रहा है.अधिकतर समय बादल छाये रहने के बीच अगले दो-तीन दिनों में बारिश होने का भी मौसम विभाग को अनुमान है.तिथि अधिकतम न्यूनतम (अनुमानित)आठ दिसंबर 26 13नौ दिसंबर 26 1410 दिसंबर 25 1611 दिसंबर 26 1812 दिसंबर 23 17मौसम ने छीन लिया गरीबों का निवाला : फुटपाथ पर दुकान चला कर परिवार का खर्च चलाने ले गरीबों पर मौसम की मार भारी पड़ने लगी है. पिछले तीन दिनों से स्थिति यह है कि फुटपाथ पर लगनेवाली दुकानों की संख्या अचानक कम पड़ गयी है. इन दुकानदारों का घर का खर्च चलाना मुश्किल साबित हो रहा है. उधर, दैनिक मजदूरी कर परिवार का पेट पालने वाले मजदूरों को काम के लाले पड़ गये हैं. शहर के अस्पताल मोड़, शांति वट वृक्ष, श्रीनगर के सुदर्शन चौक, मालवीय चौक, तरवारा मोड़ पर काम की तलाश में हर दिन मजदूरों की सुबह लगनेवाली भीड़ कम नजर आ रही है.रैन बसेरों में नहीं हो सका है कोई इंतजाम : नगर क्षेत्र में बनाये गये रैन बसेरे भी ठंड में गरीबों के काम नहीं आ रहे हैं. शहर के ललित बस स्टैंड व उसके समी मुफस्सिल थाने के समीप के समीप मौजूद रैन बसेरे में गरीबों के लिए मौसम का कहर जारी रहने के बाद भी नगर पर्षद द्वारा कंबल व अलाव का कोई इंतजाम नहीं किया गया है. ललित बस स्टैंड के समीप के रैन बसेरे में तो पिछले कई वर्ष से अवैध कब्जा बरकरार है.