हर रोज खा रहे 52 लाख के अंडे व पी रहे चार लाख की रम

हर रोज खा रहे 52 लाख के अंडे व पी रहे चार लाख की रमफोटो-08-शराब की दुकान पर खरीदारी करता ग्राहक 14-अंडे की दुकान पर लगी ग्राहकों की भीड़.ठंड की बढ़ी मार,तो बदल गया लोगों का जायकासीवान. मौसम की मार ने लोगों का जनजीवन ही नहीं खान-पान भी बदल दिया है. लोगों के जायके में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 18, 2015 6:35 PM

हर रोज खा रहे 52 लाख के अंडे व पी रहे चार लाख की रमफोटो-08-शराब की दुकान पर खरीदारी करता ग्राहक 14-अंडे की दुकान पर लगी ग्राहकों की भीड़.ठंड की बढ़ी मार,तो बदल गया लोगों का जायकासीवान. मौसम की मार ने लोगों का जनजीवन ही नहीं खान-पान भी बदल दिया है. लोगों के जायके में आये बदलाव का असर इस कदर है कि हर रोज तकरीबन 52 लाख रुपये के अंडे व वहीं रम की खपत हर दिन चार लाख रुपये से अधिक की रह रही है. मौसम की कड़वाहट अगर आगे और बढ़ी, तो इनकी खपत और बढ़ने की उम्मीद है.ठंड में आमतौर पर गरम भोजन की खपत बढ़ जाती है. मौसम की मांग के अनुसार ही कारोबारी भी अपनी तैयारी में पीछे नहीं हैं. मौसम ने अचानक अंडे की मांग बढ़ा दी है. अनुमान के मुताबिक हर दिन स्थानीय बाजार में पांच ट्रक अंडा उतर रहा है. यह आंध्र प्रदेश के हैदराबाद से यहां आता था, लेकिन पिछले दो वर्ष में तेजी से अंडा का उत्पादन जिले में बढ़ने का असर है कि यहीं इसकी खपत भी हो जा रही है.15.60 करोड़ की प्रत्येक माह अंडे की खपत : ठंड में अंडे की मांग का असर इतना है कि हर माह जिले के बाजार में 15 करोड़ 60 लाख रुपये की खपत हो रही है. हर दिन मंडी में अंडे से भरा पांच ट्रक बाजार में उतरते है, जिसकी अनुमानित कीमत 52 लाख 16 हजार 400 रुपये से अधिक की रहती है. ऐसे में प्रत्येक माह डेढ़ सौ ट्रक अंडा यहां आता है. शाम होते ही अंडा की दुकानाें पर लगती है भीड़ : मौसम ने लोगों स्वाद बदल दिया है.शहर से लेकर कसबों के बाजार तक अंडा-आमलेट की दुकान हर दिन शाम को सज जाती है.अंडा के आमलेट के अलावा ऐग रोल,भुजिया,ब्वायल अंडा समेत अन्य रूप मेें ग्राहकों के बीच इसकी खपत है. बढ़ी रम की मांग : मौसम ने मदिरालयों में भी लोगों की भीड़ बढ़ा दी है. यहां ठंड से राहत के लिए शराब का सेवन करने वालों की रम पहली पसंद है. इससे रम की बिक्री में अचानक उछाल आया है. हाल यह है कि हर दिन लोग चार लाख रुपये से अधिक की रम पी रहे हैं. औसतन एक करोड़ बीस लाख रुपये की माह में जहां खपत बढ़ी है,वहीं पूर्व में यह आंकड़ा 30 लाख रुपये से भी कम होता था. दिसंबर माह के प्रथम पखवारे में 1247 पेटी रम की खपत हो गयी. एक पेटी में 24 पीस रम होती है, जिसकी प्रति रम की कीमत एक सौ रुपये से लेकर साढ़े चार सौ रुपये तक होती है.अक्तूबर में 850 पेटी व नवंबर में 1581 पेटी तक रम की खपत रही.क्या कहते हैं अधिकारीउत्पाद विभाग के आंकड़ों के मुताबिक ठंड में रम की खपत बढ़ी है. खपत सौ फीसदी से अधिक बढ़ गयी है. मांग के अनुसार दुकानों को इसकी आपूर्ति की जा रही है.मैनेजर,बीएसबीसीएल,गोपालगंज

Next Article

Exit mobile version