बीत गया समय, अब हो रही मसूर की खेती
दरौली(सीवान) : एक तरफ उन्नत खेती के लिये सरकार कृषि विशेषज्ञों द्वारा किसानों को प्रशिक्षित करने की मुहिम चला रही है़ वहीं दूसरी तरफ कृषि फार्म दरौली में समय बीतने के बाद मसूर की खेती शुरू हुई है. जनवरी माह में सरकार द्वारा किसानों से मसूर की बोआई करवाकर उन्हें नुकसान में धकेलने का काम […]
दरौली(सीवान) : एक तरफ उन्नत खेती के लिये सरकार कृषि विशेषज्ञों द्वारा किसानों को प्रशिक्षित करने की मुहिम चला रही है़ वहीं दूसरी तरफ कृषि फार्म दरौली में समय बीतने के बाद मसूर की खेती शुरू हुई है.
जनवरी माह में सरकार द्वारा किसानों से मसूर की बोआई करवाकर उन्हें नुकसान में धकेलने का काम किया जा रहा है़ अब सरकार के कृषि विभाग पर कैसे विश्वास किया जाय कि ये हमें सही राह दिखा रही है या नही़ं अन्य किसान इसे इसलिये अचरज मान रहे हैं कि कृषि विशेषज्ञों की सलाह से कराई जा रही यह खेती का सही समय है या खेती के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है़ इस संबंध में सामाजिक कार्यकर्ता एवं किसान सुरेंद्र पांडेय का कहना है कि अभी तक हम लोग नवंबर माह तक ही मसूर की खेती करते आ रहे हैं.
जिस समय मटर व मसूर में फुल लगना चाहिये उस समय यदि बुआई कराई जाय तो उपज क्या होगी ये बात समझ से परे है़ किसान इस संभावना से अचंभित हैं कि कृषि विभाग के पास कोई नया बीज या तकनीक आया होगा जिससे समय बीतने के बाद भी मसूर की बोआई हो रही है़ कृषि पदाधिकारी विक्रमा मांझी ने बताया कि बीज देर से उपलब्ध होने से बोआई में देर हुई.