बीएलओ व प्रगणक बने शिक्षक, पढ़ाई ठप

सीवान : शिक्षकों को बीएलओ व प्रगणक बनाये जाने से एक बार फिर सरकारी स्कूलों में पढ़ाई-लिखाई ठप होने के कगार पर है. विद्यालयस्तर पर शिक्षण कार्य तो प्रभावित हो ही रहा है, पोशाक व छात्रवृत्ति के लिये खाता संधारण व अन्य काम भी बाधित हैं. विद्यालय के शिक्षकों को पंचायत चुनाव के मद्देनजर बीएलओ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 7, 2016 3:49 AM

सीवान : शिक्षकों को बीएलओ व प्रगणक बनाये जाने से एक बार फिर सरकारी स्कूलों में पढ़ाई-लिखाई ठप होने के कगार पर है. विद्यालयस्तर पर शिक्षण कार्य तो प्रभावित हो ही रहा है, पोशाक व छात्रवृत्ति के लिये खाता संधारण व अन्य काम भी बाधित हैं. विद्यालय के शिक्षकों को पंचायत चुनाव के मद्देनजर बीएलओ की जिम्मेवारी दी जा रही है. ऐसे में इस कार्य में प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक व उच्च माध्यमिक के शिक्षकों को लगाया गया है.

सरकार एक तरफ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की बात कर रही है, वहीं दूसरी ओर खुद ही शिक्षकों को बीएलओ कार्य में लगा रही है. शिक्षकों को राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर कार्य के लिये प्रगणक के रूप में लगाया गया है. विधानसभा चुनाव के बाद अब पंचायत चुनाव के लिये शिक्षकों को लगाया गया है. नियम के मुताबिक बीएलओ व प्रगणक के तौर पर शिक्षकों को स्कूल के पहले व स्कूल के बाद यह कार्य करना है. लेकिन शिक्षक इसे महत्वपूर्ण टास्क बताते हुए स्कूल आवर में ही कर रहे हैं.

जिससे विद्यालय में शिक्षण कार्य प्रभावित हो गया है. बुधवार को इस मसले पर नगर पर्षद के एक पदाधिकारी व डीएवी उच्च विद्यालय के प्रधानाध्यापक के बीच नोंकझोक हो गयी. इस विद्यालय से लगभग 10 शिक्षकों को बीएलओ बनाया गया है. ये सभी शिक्षक नगर पर्षद नियोजन इकाई के अधीन हैं. डीएवी के प्रधानाध्यापक आशा कुमारी ने बताया कि शिक्षकों को बीएलओ बनाने से शिक्षण कार्य ठप हो गया है. जीरादेई प्रखंड से 80 व पचरूखी प्रखंड से 118 शिक्षकों को बीएलओ व प्रगणक बनाया गया है.

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