सड़कों पर पड़ी नर्मिाण सामग्री दे रही दुर्घटना की दावत
सड़कों पर पड़ी निर्माण सामग्री दे रही दुर्घटना की दावत राहगीर भी होते हैं परेशानफोटो 33 -कचहरी मंदिर के समीप सड़क किनारे गिरी निर्माण सामग्री. 34 -महादेवा रोड़ में सड़क किनारे पड़ी सामग्री.सीवान. अगर आप नगर की मुख्य सड़कों से गुजरेंगे, तो आपको खतरे का सामना हो सकता है. इसको लेकर आपको बाइक या चरपहिया […]
सड़कों पर पड़ी निर्माण सामग्री दे रही दुर्घटना की दावत राहगीर भी होते हैं परेशानफोटो 33 -कचहरी मंदिर के समीप सड़क किनारे गिरी निर्माण सामग्री. 34 -महादेवा रोड़ में सड़क किनारे पड़ी सामग्री.सीवान. अगर आप नगर की मुख्य सड़कों से गुजरेंगे, तो आपको खतरे का सामना हो सकता है. इसको लेकर आपको बाइक या चरपहिया वाहन को सतर्कता से चलाना होगा. क्योंकि विभिन्न मुहल्लों व गलियों में ही आम लोग घर निर्माण का सामान सड़कों पर ही रख दिया है, जिससे लोगों को आने -जाने में काफी परेशानी हो रही है. यही नहीं निर्माण सामग्री बेचने वाले दुकानदार भी सड़क किनारे ही गिट्टट्व बालू रखते हैं. इससे पैदल चलने वालों को भी फिसलने का डर बना रहता है, जिससे कभी बड़ी दुर्घटना भी हो जाती है. नगर के कचहरी दुर्गा मंदिर के समीप सड़क किनारे ही गिट्टी गिरा दी गयी है, जिससे लोगों को आने- जाने में परेशानी हो रही है. लोगों का कहना है कि यह सड़क काफी व्यस्त रहती है, इसके बाद भी निर्माण सामग्री सड़क किनारे रख दी जाती है, जिससे जाम की स्थिति बनी रहती है और लोगों को घंटे देर तक जाम में फंसना पड़ता है. वहीं महादेवा मिशन के समीप एक निर्माण सामग्री के दुकानदार द्वारा सामान सड़क किनारे ही गिरा दिया गया है. इससे भी लोगों को काफी परेशानी हो रही है. अगर इस समस्या पर प्रशासन का ध्यान नहीं गया, तो कभी बड़ी दुर्घटना हो सकती है. क्या कहते है लोगसड़क पर निर्माण सामग्री होने से आने-जाने में काफी परेशानी होती है. कई बार हमलोग जिला मुख्यालय आते हैं, तो बालू पर फिसल कर गिर गये. अशोक कुमार सिंह, कौड़ियामहादेवा रोड में कई जगहों पर सड़कों पर भी बालू व गिट्टी रखे जाते हैं, जिससे आने- जाने में काफी परेशानी होती है. रितेश कुमार बबलू, सीवान कुछ लोगों की सुविधा के लिए हजारों लोग दुविधा में पड़ जाते है. एक दिन रखें तो कोई बात नहीं है, पर हमेशा रखना दिक्कत की बात है.कन्हैया सिंह, रामदेव नगर इन चीजों पर कोई ध्यान देने वाला नहीं है. पैदल चलना मुश्किल हो गया है. एक तरफ निर्माण सामाग्री है, तो दूसरी तरफ कचरा है. सुनीता देवी, सीवान