सात कमरे में पढ़ते हैं 22 सौ बच्चे

सात कमरे में पढ़ते हैं 22 सौ बच्चेभवन के अभाव में बच्चे चट्ट पर बैठ कर पढ़ने को विवशहाल पब्लिक हाइ स्कूल सह इंटर कॉलेज सहुली काफोटो़ 41 – प्राचार्य बलीराम मिश्रफोटो-42- विद्यालय का भवन हसनपुरा . अपनी मूलभूत सुविधाओं का अभाव झेल रहा हसनपुरा प्रखंड स्थित सहुली पब्लिक हाइ स्कूल सह इंटर कॉलेज. 1947 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 11, 2016 6:31 PM

सात कमरे में पढ़ते हैं 22 सौ बच्चेभवन के अभाव में बच्चे चट्ट पर बैठ कर पढ़ने को विवशहाल पब्लिक हाइ स्कूल सह इंटर कॉलेज सहुली काफोटो़ 41 – प्राचार्य बलीराम मिश्रफोटो-42- विद्यालय का भवन हसनपुरा . अपनी मूलभूत सुविधाओं का अभाव झेल रहा हसनपुरा प्रखंड स्थित सहुली पब्लिक हाइ स्कूल सह इंटर कॉलेज. 1947 में गांव के समाजसेवी बाबू भोलानाथ के अथक प्रयास से क्षेत्र के बच्चों को शिक्षित करने के लिए इस विद्यालय की स्थापना की गयी थी़ बताया जाता है कि करीब 70 के दशक में इस विद्यालय में पठन-पाठन के लिए आलापुर, तेलकथु, भेखपुरवा, सुरुहुरीडीह, माहपुर, नवलपुर, हसनपुरा आंदर सहित अन्य दर्जनों गांवों से आते थे़ बावजूद यह विद्यालय अपनी दुर्दशा पर आंसू बहाने को विवश है़ विद्यालय में मात्र सात कमरे में कुल 22 सौ बच्चे पठन-पाठन करते हैं. भवन के अभाव में विद्यालय प्रबंधन द्वारा जमीन पर चट्ट बिछा कर बच्चों को शिक्षा दी जाती है़ विद्यालय में दशम वर्ग में कुल छात्रों की संख्या 948, नवम वर्ग में 1086 तथा इंटर संकाय कला में कुल 159 छात्र-छात्राएं है़ं हाइ स्कूल में शिक्षकों की संख्या एचएम सहित 19 है, जबकि इंटर संकाय में कुल पांच शिक्षक हैं. हालांकि शिक्षकों की कमी नहीं है. इतने छात्र-छात्राओं के लिए जर्जर हालत में चार शौचालय हैं तथा चार चापाकलों में दो पहले से ही खराब है़ं विद्यालय में विभाग ने पिछले साल बच्चों को कंप्यूटर उपलब्ध कराया था, लेकिन कंप्यूटर शिक्षक के अभाव में उसी तरह रखा गया है़ विद्यालय में चहारदीवारी नहीं होने से काफी परेशानी होती है़ विद्यालय के समीप पिछले तीन साल पूर्व मुख्यमंत्री समग्र विकास योजना के तहत चार कमरे के भवन निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया, लेकिन अभी तक पूर्ण नहीं हो सका है. क्या कहते हैं प्राचार्यहाल ही में कंप्यूटर शिक्षक की बहाली हुई है. शीघ्र ही बच्चों को कंप्यूटर की शिक्षा दी जायेगी. भवन संबंधित शिकायत से विभाग को अवगत करा दिया गया है़ भवन के अभाव में बच्चों को चट्ट पर बैठा कर शिक्षा दी जाती है़ कोशिश यही रहती है कि बच्चों को भरपूर शिक्षा मिल सके़बलीराम मिश्र, पब्लिक हाइ स्कूल सह इंटर कॉलेज, सहुली

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