वार्डों में विकास की बयार

वार्डों में विकास की बयार सहूलियत: अब वार्ड स्तर पर बनेंगी विकास की योजनाएं, नगरवासी बनेंगे भागीदार पार्षदों की अहमियत बढ़ी, 22 जनवरी तक हर वार्ड में सभा कर चयनित होंगी योजनाएंनगर पर्षद ने हरेक वार्ड में जरूरत के मुताबिक योजनाओं के चयन की तय की रूप-रेखाबुनियादी सुविधाओं सहित साफ-सफाई व रोशनी के लिए वार्ड […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 18, 2016 6:37 PM

वार्डों में विकास की बयार सहूलियत: अब वार्ड स्तर पर बनेंगी विकास की योजनाएं, नगरवासी बनेंगे भागीदार पार्षदों की अहमियत बढ़ी, 22 जनवरी तक हर वार्ड में सभा कर चयनित होंगी योजनाएंनगर पर्षद ने हरेक वार्ड में जरूरत के मुताबिक योजनाओं के चयन की तय की रूप-रेखाबुनियादी सुविधाओं सहित साफ-सफाई व रोशनी के लिए वार्ड सभा को बनाया जवाबदेहफोटो- 02 नगर पर्षद फोटो- 03 इओ आर के लाल आलोक कुमारइंट्रो : अब नगरवासी विकास की योजनाओं में सीधे भागीदार बनेंगे. वे अपनी बेहतरी खुद तय करेंगे. वार्ड सभा की बैठक कर ही वार्ड की योजनाएं ली जायेंगी और कार्यान्वित होंगी. नये वित्तीय वर्ष 2016 -17 में इस कार्ययोजना पर अमल शुरू कर दिया जायेगा. नगर पर्षद क्षेत्र के हरेक वार्ड में स्वच्छता, पेयजल, शौचालय, आवास, सड़क, जलजमाव, पार्क, रोशनी आदि सभी योजनाएं वार्ड सभा की बैठक में चयनित होंगी. नगर विकास विभाग से मिले आदेश के मुताबिक वार्ड सभा की बैठक 22 जनवरी तक पूरी कर लेनी है. वार्ड वार 29 जनवरी तक योजनाएं तैयार कर अप्रूवल के लिए विभाग को भेजा जायेगा.संवाददाता, सीवानत्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था में ग्राम सभा को सत्ता की महत्वपूर्ण इकाई माना गया है. वहीं नगर सरकार के लिए भी वार्ड सभा को महत्वपूर्ण इकाई मानते हुए इसकी आत्मा माना गया है. लेकिन वास्तविकता में वार्ड सभा के बैठक की कोरम पूर्ति करते हुए सामान्यत: वार्ड आयुक्त ही योजनाओं के चयन में अपनी मनमानी करते रहे हैं. जिसके कारण सही तौर पर योजनाओं का चयन नहीं होने से नगर की समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं. जनता से जुड़ी मूल समस्याएं धरी की धरी रह जाती हैं. उसके जगह अन्य योजनाओं का चयन कर लिया जाता है. वार्डवासी करेंगे अपनी योजना का चयन : नगर के वार्ड और मुहल्लों में रहने वाले लोग ही अपनी मूल भूत समस्या व उसके निदान से भली भांति परिचित होते है. ऐसे में जब योजनाओं के चयन में उन्हें भागीदार बनाया जायेगा तो मूल भूत समस्याएं सामने आयेंगी. और प्राथमिकता के आधार पर उनका निर्णय किया जा सकेगा. वार्ड सभा से प्राप्त विचारों के आधार पर हीं 13 वें 14 वें वित्त आयोग, चतुर्थ व पंचम राज्य वित्त आयोग, राज्य योजना, स्वच्छ भारत मिशन, सबके लिए आवास, राजस्व संग्रहण, हर घर नल जल, सबके लिए शौचालय, सड़क नाली, जलजमाव, पार्क व विकास, स्ट्रीट लाइट आदि काम इसके द्वारा ही किया जाना है. क्या है योजना : नगर विकास विभाग ने नगरपालिका अधिनियम 2007 के अक्षरश‍: पालन का आदेश जारी किया है. विभाग के प्रधान सचिव अमृतलाल मीणा ने अपने पत्रांक 59 दिनांक 1.1.16 द्वारा यह आदेश जारी किया गया है कि विकास की योजनाएं वाड्र सभ के माध्यम से ही ली जायेंगी. और इसी के आधार पर वर्ष 2016-17 का बजट भी तैयार होगा. और इसके बाद चयनित योजनाएं विभाग को भेजी जायेंगी. विभाग ने प्रमंडलवार बैठक व समीक्षा की तिथि निश्चित की है. सारण प्रमंडल के बैठक दस फरवरी को आयोजित की गई है. सीवान नगर परिषद के आदेश द्वारा सभी 38 वार्डों के लिए वार्ड सभा की तिथि निश्चित की गयी है. जिसमें संबंधित वार्ड आयुक्त व नगर पर्षद के कर्मी उपस्थित रहेंगे. तीन कनीय अभियंता और एक टैक्स दारोगा को इसके पर्यवेक्षण की जिम्मेवारी दी गयी है. यह बैठक 18 से 22 जनवरी तक आयोजित होगी. क्या कहते हैं इओ : वार्ड सभा की बैठक कर योजनाएं चयनित होंगी. आम जनता से आग्रह है कि इस बैठक में अपना सुझाव अवश्य दें. ताकि आपकी समस्याओं का शीघ्र समाधान हो सके. आर के लाल, कार्यपालक पदाधिकारी एक नजर वार्ड संख्या आम सभा एक से आठ तक 18 जनवरी नौ से सोलह तक 19 जनवरी सतरह से तेइस तक 20 जनवरी चौबीस से बत्तीस तक 21 जनवरी तैंतीस से अड़तीस 22 जनवरी

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