सीवान से इराक गये 4 युवक लापता, विदेश मंत्रालय से लगायी गुहार
सीवान : रोजी-रोटी की तलाश में इराक गये जिले के चार युवकों के दो साल से लापाता होने की खबर है. इन युवकों के परिजन परेशान हैं और अभी तक उन्हें प्रशासन की ओर से भी कोईआश्वासन नहीं मिला है.जानकारी के मुताबिक परिजनों ने जिला प्रशासन से लेकर विदेश मंत्रालय तक गुहार लगाई है लेकिन […]
सीवान : रोजी-रोटी की तलाश में इराक गये जिले के चार युवकों के दो साल से लापाता होने की खबर है. इन युवकों के परिजन परेशान हैं और अभी तक उन्हें प्रशासन की ओर से भी कोईआश्वासन नहीं मिला है.जानकारी के मुताबिक परिजनों ने जिला प्रशासन से लेकर विदेश मंत्रालय तक गुहार लगाई है लेकिन उनके बारे में कुछ भी पता नहीं चल रहा है.मामला मैरवा प्रखंड का है. सात दिन पहले भी प्रभात खबर ने इस मुद्दे को प्रमुखता से प्रकाशित किया था. सीवान संवाददाता के मुताबिक मैरवा प्रखंड के गंडक कॉलोनी से 2013 में चार युवक सुनील कुमार, धमेंद्र कुमार, अदालत सिंह और राजू यादव इराक के लिये रवाना हुए. यह चारों युवक सबसे पहले दुबई गये वहां से यह इराक चले गये. इराक में जाकर इन्होंने एक कंपनी के लिये काम शुरू किया.
परिजनों की मानें तो नौकरी के छह महीने बाद उनकी घर पर बात होती रही लेकिन उसके बाद से अबतक बातचीत बंद हो गयी. बाद में परिजनों ने जिला प्रशासन से उनको पता करने के लिये गुहार लगायी. परिजनों ने विदेश मंत्रालय में भी गुहार लगाकर कहा कि उनके बच्चों का पता लगाया जाये. लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारने और अच्छी कमाई के लिये जिले के और भी कई युवा खाड़ी देशों का रुख करते हैं.
उन्हें एजेंट भी यह बताते हैं कि वहां मोटा पैसा है और नौकरी की इतने सालों तक गारंटी है. वहां जाने के बादबहुत युवा भाषायी समस्या से जूझते हैं और अंत में वह मानसिक प्रताड़ना के शिकार होते हैं. गौरतलब हो कि अभी हाल में औरंगाबाद के रहने वाले दो युवा अपना वीडियो बनाकर परिजनों को भेजा और बचाने की गुहार लगायी है.