जेएनयू में मोदी सरकार ने लगाया आपात काल : दीपंकर

सीवान : आज के समय में देश में सांप्रदायिक फासीवादी, धुर दक्षिणपंथी, कारपोरेटपरस्त भाजपा के भारी बहुमत प्राप्त केंद्र सरकार चल रही है, जिसने न केवल गरीबों, किसानों मजदूरों पर हमला तेज किया है बल्कि मध्य वर्ग को भी परेशान कर रख दिया है. शैक्षणिक संस्थानों को इस सरकार ने खास कर निशाना बनाया है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 24, 2016 1:12 AM
सीवान : आज के समय में देश में सांप्रदायिक फासीवादी, धुर दक्षिणपंथी, कारपोरेटपरस्त भाजपा के भारी बहुमत प्राप्त केंद्र सरकार चल रही है, जिसने न केवल गरीबों, किसानों मजदूरों पर हमला तेज किया है बल्कि मध्य वर्ग को भी परेशान कर रख दिया है.
शैक्षणिक संस्थानों को इस सरकार ने खास कर निशाना बनाया है. पहले हैदराबाद विश्वविद्यालय में दलित शोध छात्र रोहित बेमुला की सांस्थानिक हत्या कर दी गयी, जिसमें दो केंद्रीय मंत्रियों के नाम सामने आ रहे हैं और अब जेएनयू में मोदी सरकार ने अघोषित आपात काल लागू कर दिया है और छात्रों को देश द्रोह के मुकदमे में जेल में डाल दिया गया है.
उक्त बातें मंगलवार को भाकपा माले के 10वें जिला सम्मेलन को संबोधित करते हुए टाउन हॉल में राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहीं. उन्होंने कहा कि आज पूरे देश में जेएनयू से लेकर अन्य संस्थानों तक संघी ताकतें अपनी विचार धारा लादने की कोशिश कर रही हैं. रोहित बेमुला की मौत और जेएनयू घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है. अल्पसंख्यकों व दलितों से बोलने तक की आजादी छीन ली गयी है. मेक इन इंडिया के नारे की हकीकत यह है कि कमर तोड़ महंगाई व लगातार बढ़ते टैक्स से आम जनता तबाह हो गयी है.
वहीं मोदी सरकार के खिलाफ उभरे जनाक्रोश का फायदा उठा कर बिहार में महागंठबंधन के नेतृत्व में सरकार बनी, लेकिन सरकार बनने के बाद अपराध का ग्राफ तेजी के साथ बढ़ा है.
इस दौरान भाकपा माले नेताओं ने मांग की कि जेल में बंद विधायक सत्यदेव राम व इनौस के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमरजीत कुशवाहा की रिहाई सरकार से जल्द करे. इस दौरान शहीद चंद्रशेखर की प्रतिमा के समीप झंडाेत्तोलन किया गया. और नेताओं ने प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. सभा को पूर्व विधायक अमरनाथ यादव, राजकमेटी सदस्य नैमुद्दीन अंसारी, ऐपवा नेत्री सोहिला गुप्ता ने संबोधित किया.अध्यक्षता जिला सचिव इंद्रजित चौरसिया और मंच संचालन जिला पार्षद योगेंद्र यादव ने किया.

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