गेहूं के दो दानों से लहलहा रहा खेत

भगवानपुर हाट (सीवान) : प्रखंड की मोरा खास पंचायत के मैरी सुदामा गांव निवासी इंद्रजीत राय, पिता चंद्रमा राय अपनी मेहनत एवं लगन के बल पर लोगों के प्रेरणास्रोत बने हुए हैं. उनके गेहूं के खेत को देखने के लिए लोगों की होड़ लगी हुई है. गेंहू के दो दाने से आज उनका खेत लहलहा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 14, 2016 6:57 AM
भगवानपुर हाट (सीवान) : प्रखंड की मोरा खास पंचायत के मैरी सुदामा गांव निवासी इंद्रजीत राय, पिता चंद्रमा राय अपनी मेहनत एवं लगन के बल पर लोगों के प्रेरणास्रोत बने हुए हैं. उनके गेहूं के खेत को देखने के लिए लोगों की होड़ लगी हुई है. गेंहू के दो दाने से आज उनका खेत लहलहा रहा है. इस संबंध में उन्होंने बताया कि उनके एक मित्र बलिया पोखरा निवासी ओमप्रकाश राय कनाडा में रहते हैं, वहीं से उन्होंने गेहूं के दो दाने लाये और उन्हें वर्ष 2013 में दिया. उन्होने दोनों दाने को बीज के रूप में लगाया, जिससे 14 बालियां आयीं.
दूसरे वर्ष उन्होंने फिर 14 बालियों को बीज के रूप में इस्तेमाल किया, जिससे डेढ़ किलो गेंहूं प्राप्त हुआ. इस सीजन में उन्होंने अपने डेढ़ कट्ठा खेत में उसे श्री विधि से लगाया है, जिसे देखने के लिए लोग आ रहे हैं. सामान्य गेहूं से इसकी उपज एवं बाली अलग दिखायी दे रही है. उत्पादन के विषय में उन्होंने बताया कि केवल जैविक खाद पांच किलो कट्ठा डाला है. दो बार सिंचाई की है. बाली की लंबाई 5.6 इंच है. गेहूं के पौधे की ऊंचाई 3.4 फुट तक है. किसी प्रकार की रासायनिक खाद का प्रयोग नहीं किया है.
श्री राय को वर्ष 2011-12 में जिलाधिकारी, सीवान से किसान श्री पंचायत नवाजा जा चुका है. इसमें उन्हें प्रमाणपत्र, कप, चादर दी गयी थी. पूछने पर उन्होंने बताया कि लोगों की नजरें बचा कर अभी तक मैं इस गेहूं को उत्पादित किया हूं, परंतु अब अधिक लोग इसे देख रहे हैं और अभी से ही मांग शुरू हो गयी है. गेहूं की स्वी विधि से और प्रभेद भी देखने लगे हैं.
इसकी उपज भी अच्छी है. परंतु, उन्हें मलाल है कि जिलाधिकारी से पुरस्कार पाने के बाद भी कृषि विभाग के किसी कार्यक्रम में उन्हें नहीं बुलाया जाता है. अपनी मेहनत के बल पर वे किसानी में आज भी अव्वल स्थान पाने का दावा कर रहे हैं. उनका कहना है कि मिट्टी जांच के लिए कई बार मिट्टी गयी, परंतु अभी तक उसकी रिपोर्ट नहीं मिली है.

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