सरकार की लापरवाही से 65 हजार छात्रों का भविष्य अधर में
1 अप्रैल से शुरू हो चुका है नया सेशन निर्देश नहीं मिलने से एचएम भी ऊहापोह में सीवान : सरकार द्वारा विभाग को स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी नहीं करने के कारण वर्ग नवम में अध्ययनरत 65 हजार से अधिक छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है. नया सेशन शुरू होने के बाद भी इन्हें नहीं […]
1 अप्रैल से शुरू हो चुका है नया सेशन
निर्देश नहीं मिलने से एचएम भी ऊहापोह में
सीवान : सरकार द्वारा विभाग को स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी नहीं करने के कारण वर्ग नवम में अध्ययनरत 65 हजार से अधिक छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है. नया सेशन शुरू होने के बाद भी इन्हें नहीं पता कि ये वर्ग नवम का किताब पढ़े या वर्ग दशम का. इधर, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर भी ग्रहण लगता दिख रहा है. छात्रों के साथ-साथ अभिभावक भी चिंतित हैं. विद्यालयों में वर्ग दशम का नामांकन स्थगित है. एचएम को नहीं पता कि उन्हें क्या करना है.
दरअसल सूबे में पढ़ाई का नया सेशन 1 अप्रैल से शुरू हो गया है. इधर, वर्ग नवम की वार्षिक परीक्षा अभी तक नहीं हो सकी है. इससे वर्ग नवम के छात्रों का वर्ग दशम में नामांकन नहीं हो सका है. पिछले माह की 29 तारीख को राज्य स्तर पर एक साथ वर्ग 9 का वार्षिक मूल्यांकन परीक्षा का आयोजन किया जाना था, लेकिन अंतिम समय में परीक्षा से एक दिन पूर्व सरकार द्वारा परीक्षा को अगले आदेश तक निरस्त कर दिया गया.
दूसरी ओर अभी तक विद्यालय स्तर पर भी कोई स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी नहीं किये जाने के कारण छात्र सहित अभिभावक विवश हैं. वर्ग 9 के लिये अभी तक प्रथम व द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षा ही विद्यालय स्तर पर आयोजित हो सकी है. माध्यमिक शिक्षक संघ की सीवान इकाई के अध्यक्ष बागिंद्र नाथ पाठक ने कहा कि वार्षिक परीक्षा नहीं होने से छात्र,शिक्षक व अभिभावक में अफरा-तफरी की स्थिति है.
एक तरफ जहां एचएम कुछ कहने की स्थिति में नही हैं, वही छात्र यह समझ नही पा रहे हैं कि वे किस वर्ग की पुस्तक पढ़े. शिक्षक भी दुविधा में है कि वर्ग 9 की पुस्तक पढ़ाये या वर्ग 10 की. दूसरी ओर मैट्रिक का फार्म भी वही छात्र भर सकेंगे जो परीक्षा में शामिल होंगे.
पाठक का कहना है कि सेशन के अनुसार अब पढ़ाई भी नहीं हो पायेगी. उन्होंने बताया कि शिक्षकों के मूल्यांकन, चुनाव व गरमी की छुट्टी होने के कारण जून माह से ही कक्षा के सफलतापूर्वक चलने की संभावना है. इधर, समस्या से जल्द ही बदली छटने का भरोसा जिला शिक्षा पदाधिकारी विश्वनाथ प्रसाद विश्वकर्मा ने जताया है.
उन्होंने बताया कि सरकार के लिये
छात्र हित सर्वोपरि है. श्री विश्वकर्मा ने एक सप्ताह के भीतर समस्या का समाधान निकाल लिया जायेगा. विभाग के वरय पदाधिकार इस विषय पर काम कर रहे हैं.