अधेड़ पर फायरिंग, पटना रेफर

सनसनी. पुरानी रंजिश में दिया घटना को अंजाम, नौ माह पूर्व हो चुकी है सेठ के नाती की हत्या अपराधियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर एक बार फिर सनसनी फैला दी. पुरानी रंजिश में इस घटना को अंजाम दिया गया. इस फायरिंग में एक अधेड़ गंभीर रूप से जख्मी हो गये. उन्हें पटना रेफर कर दिया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 28, 2016 3:02 AM

सनसनी. पुरानी रंजिश में दिया घटना को अंजाम, नौ माह पूर्व हो चुकी है सेठ के नाती की हत्या

अपराधियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर एक बार फिर सनसनी फैला दी. पुरानी रंजिश में इस घटना को अंजाम दिया गया. इस फायरिंग में एक अधेड़ गंभीर रूप से जख्मी हो गये. उन्हें पटना रेफर कर दिया गया. उन्हें चार-पांच गोलियां लगी हैं. इसके पूर्व 2015 में उनके नाती की भी हत्या कर दी गयी थी.
सीवान/ दरौंदा : बुधवार को पुरानी रंजिश में अपराधियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर एक अधेड़ को गंभीर रूप से घायल कर दिया. इसके बाद उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल में भरती कराया गया. वहां से चिकित्सकों ने स्थिति गंभीर होने पर पीएमसीएच रेफर कर दिया. इसके पूर्व में 2015 के अगस्त में उनके नाती की भी हत्या कर दी गयी थी.
मालूम हो कि थाना क्षेत्र के पूर्वी हडसर के सेठ सिंह एक बगीचे में पेड़ के नीचे थे. उसी दौरान दो बाइकों पर आये अपराधी अंधाधुंध फायरिंग करने लगे. इसमें उन्हें चार से पांच जगह गोलियां लगीं और अपराधी वहां से मौके का फायदा उठा कर भाग निकले.
आसपास के लोगों ने घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे. तब तक वे सब भाग गये थे.
ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस को सूचना दी गयी, लेकिन पुलिस घंटों देर बाद पहुंची. अगर समय से पुलिस पहुंची रहती, तो अपराधियों की गिरफ्तारी उसी समय हो गयी रहती. उसके बाद ग्रामीणों ने पीएचसी में घायल सेठ सिंह को भरती कराया. वहां से चिकित्सकों ने सीवान सदर अस्पताल रेफर किया. नगर इंस्पेक्टर प्रियरंजन ने सदर अस्पताल पहुंच कर परिजनों से घटना के संबंध में जानकारी ली.
दो बाइकों पर सवार अपराधियों ने दिया घटना को अंजाम
डीएसपी ने घटनास्थल का किया निरीक्षण
ग्रामीणों ने लगाया पुलिस पर देर से पहुंचने का आरोप
अगस्त 2015 से चल रहा मामला
इस दौरान परिजनों ने बताया कि अगस्त, 2015 में सेठ सिंह के नाती विवेक की हत्या अपराधियों ने कर दी थी और उसी समय से मामला चल रहा है. और उस मामले के कुछ लोग जेल में हैं, तो कुछ लोग पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं. उन्हीं लोगों द्वारा घटना काे अंजाम दिया गया है. घटना के बाद से परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. डीएसपी महाराजगंज संजीत कुमार प्रभात व थानाध्यक्ष सुनील कुमार ने मौके पर पहुंच कर मामले की जांच की. डीएसपी ने बताया कि फर्द बयान आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.

Next Article

Exit mobile version