तपिश से झुलस रहे हैं लोगों के चेहरे
चढ़ा पारा. गरमी से नहीं मिल रही किसी को राहत, हर तबके के लोग हुए बेहाल बच्चे पड़ने लगे बीमार हर किसी की सूख रहा है हलक सड़कें दिख रहीं सुनसान प्यास बुझाने के लिए शीतल पेय का कर रहे हैं सेवन इस तपिश के मौसम में हर कोई इसकी चपेट में आ जा रहा […]
चढ़ा पारा. गरमी से नहीं मिल रही किसी को राहत, हर तबके के लोग हुए बेहाल
बच्चे पड़ने लगे बीमार
हर किसी की सूख रहा है हलक
सड़कें दिख रहीं सुनसान
प्यास बुझाने के लिए शीतल पेय का कर रहे हैं सेवन
इस तपिश के मौसम में हर कोई इसकी चपेट में आ जा रहा है. तेज धूप व गरम हवा लोगों को झुलसा दे रही हैं. इससे सड़क सुनसान पड़ जा रही है. इसका असर सबसे ज्यादा मासूम बच्चों पर पड़ रहा है. जब विद्यालय से बच्चे घर लौट रहे हैं, तो उसी समय तीखी धूप के वे लोग काफी शिकार हो रहे हैं. वहीं इस गरमी से जानवर भी परेशान हैं.
सीवान : झुलसा देने वाली गरमी में हर किसी की हलक सूखने लगी है. कहीं, से गरमी से राहत मिलती नहीं दिख रही है. गले को तर करने के लिए लोग शीतल पेय का सेवन कर रहे हैं. 11 बजे तक विद्यालयों के छुट्टी होते ही छात्रों की भीड़ पानी पीने के लिए चापाकलों पर उमड़ जा रही है, तो कहीं बच्चे आइसक्रीम का सेवन करते नजर आ रहे हैं. वहीं, सदर अस्पताल में पेयजल की सुविधा नहीं होने से मरीजों व उनके परिजन भटकते नजर आ रहे हैं.
सुबह होते ही लोग कार्यालय की तरफ जा रहे हैं, लेकिन तेज धूप व लू चलने के कारण 10 बजे के बाद अपने कार्यालय से नहीं निकल रहे हैं. तेज धूप से पशुपालक व पशु भी परेशान हैं. बारिश नहीं होने के बाद ताल-तलैया सूख गये हैं. जहां, कहीं पानी दिख रहा है, मवेशी पालक वहीं पर अपने पशुओं को नहलाते नजर आ रहे हैं.
डीएम अंकल, हम पर दें ध्यान
विद्यालय जानेवाले छोटे बच्चों का यही कहना है कि डीएम अंकल, हमलोगों पर ध्यान दें ताकि तेज धूप के शिकार नहीं हो जाएं. वे मानो गुहार लगा रहे हैं कि विद्यालय को तेज धूप देखते हुए बंद करा दें. वहीं, विद्यालय जाने वाले बच्चे अब विद्यालय नहीं जाने से भी कतरा रहे हैं, जिससे अभिभावकों को खासा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. चिकित्सक डाॅ कलिका सिंह कहते हैं कि इस मौसम में बच्चों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है, क्योंकि थोड़ी-सी भी लापरवाही मासूमों की तबीयत को बिगाड़ सकती है. कहते हैं कि गरम के मौसम में बच्चे सब को तेज धूप में रखने की जरूरत नहीं है.
डायरिया के मरीज बढ़े : दूषित पानी पीने से अब डायरिया जैसी बीमारी से लोग चपेट में आ रहे हैं.लोगों को गरमी के मौसम में शुद्ध व स्वच्छ पानी पीने की अावश्यकता है, क्योंकि नगर के चौक चौराहों पर खुले शीतल पेय पदार्थ के सेवन कर रहे हैं, जो डायरिया जैसी बीमारी को दावत देता है क्योंकि जो बर्फ तैयार होता है उसके तैयार करने के समय गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा जाता है.डाॅक्टर भी स्वच्छ पानी पीने की सलाह दे रहे हैं.
तरबूज की बढ़ी मांग : अचानक बाजार में तरबूज का मांग बढ़ गयी है. लोग बाजारों से तरबूज की खरीदारी खूब कर रहे हैं. नगर के हर चौक-चौराहे पर तरबूज की दुकान सज कर तैयार है, जहां से ग्राहक रोजाना खरीदारी कर रहे हैं. शाम होते ही इन दुकानों पर लेागों की भीड़ काफी संख्या में उमड़ जा रही है.