नवजात की मौत पर हंगामा
आक्रोश. भड़के परिजनों को नर्सिंग होम के कर्मियों ने पीटा परिजनों ने गलत इंजेक्शन देने का लगाया आरोप दोनों तरफ से एफआइआर दर्ज करने के लिए थाने को दिया गया आवेदन एक क्लिनिक में एक नवजात की मौत पर उसके परिजनों ने आक्रोश जताया. इसको लेकर खूब हंगामा हुआ. परिजनों का आरोप था कि जैसे […]
आक्रोश. भड़के परिजनों को नर्सिंग होम के कर्मियों ने पीटा
परिजनों ने गलत इंजेक्शन देने का लगाया आरोप
दोनों तरफ से एफआइआर दर्ज करने के लिए थाने को दिया गया आवेदन
एक क्लिनिक में एक नवजात की मौत पर उसके परिजनों ने आक्रोश जताया. इसको लेकर खूब हंगामा हुआ. परिजनों का आरोप था कि जैसे ही नवजात को इंजेक्शन दिया गया, उसकी हालत बिगड़ती चली गयी. इसी क्रम में नवजात बच्चे ने दम तोड़ दिया. कुछ देर में क्लिनिक के आसपास का क्षेत्र रणक्षेत्र में तब्दील हो गया.
सीवान : शहर के अस्पताल रोड स्थित एक नर्सिंग होम में नवजात शिशु की मौत पर परिजनों ने हंगामा किया. इस दौरान पीड़ित परिवार के एक सदस्य की नर्सिंग होम के कर्मियों ने पिटाई कर दी. इससे उसका सिर फूट गया. इस मामले में नर्सिंग होम की तरफ से तोड़फोड़ करने व पीड़ित परिवार की तरफ से गलत इलाज के दौरान शिशु की मौत व पिटाई करने की प्राथमिकी दी गयी है. इसकी महादेवा ओपी पुलिस जांच कर रही है.
नौतन थाने के शाहपुर निवासी निकेश नाथ तिवारी की बेटी अदिति देवी को प्रसव पीड़ा होने पर डॉ आर किरण के क्लिनिक में भरती कराया गया. सीजेरियन से छह मई को पुत्र पैदा हुआ. इसके बाद अचानक बच्चे का स्वास्थ्य बिगड़ने पर बगल में ही मौजूद शिशु रोग विशेषज्ञ डाॅ दिनेश कुमार सिंह से परिजनों ने दिखाया.
इस पर डाॅ सिंह ने डॉ आर किरण के यहां ही शिशु को भरती रखते हुए अपना इलाज शुरू कर दिया. रविवार को करीब तीन बजे अपराह्न अचानक शिशु की मौत हो गयी. इस पर शिशु के घरवाले आक्रोशित हो गये. इनके हंगामा करने के दौरान ही डॉ दिनेश कुमार सिंह के क्लिनिक के किसी स्टाफ ने निकेश नाथ तिवारी की पिटाई कर दी. इससे उनका सिर फूट गया. इसकी सूचना महादेवा ओपी थाने को मिली, तो मौके से घायल निकेश नाथ तिवारी को पुलिस सदर अस्पताल में भरती कराया.
पूर्व में भी दिया जा चुका था पांच बार इंजेक्शन : इस मामले में निकेश नाथ तिवारी का कहना है कि सुबह डाॅ दिनेश कुमार सिंह के कंपाउंडर ने आकर बच्चे को जैसे ही इंजेक्शन दिया, बच्चे की परेशानियां बढ़नी शुरू हो गयीं तथा कुछ देर में उसकी मौत हो गयी. उन्होंने आरोप लगाया कि बच्चे के मरने के बाद डॉक्टर उसे रेफर करने के लिए परची की मांग करने लगे. इसका एतराज करने पर डॉक्टर व उनके कर्मचारियों सहित दर्जन भर लोगों ने हमें मारपीट कर घायल कर दिया. वहीं, डॉ दिनेश कुमार सिंह ने अपने ऊपर लगाये गये आरोप को गलत बताते हुए कहा कि जिस इंजेक्शन को देने की बात कही जा रही है,
वह इंजेक्शन पहले पांच बार लग चुका है. इंजेक्शन लगाने के बाद मां ने बच्चे को दुध पिलाया था. वह दूध सरक जाने के कारण बच्चे की हालत बिगड़ी. हालांकि सूचना मिलते ही हम गये और करीब 15 मिनट तक बच्चे का इलाज किया. क्लिनिक में परिजनों ने तोड़-फोड़ की है. इसका आवेदन थाने में दिया गया है. महादेवा ओपी के एसआइ सुनील कुमार सिंह ने कहा कि दोनों तरफ से आवेदन प्राप्त हुआ है. जांच कर कार्रवाई की जायेगी.