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नक्सली मुठभेड़ में खरदरा गांव के रवि शहीद

दुखद : औरंगाबाद के सोनदाहा जंगल में अभियान में बारूदी सुरंग से गयी कमांडो की जान 25 वर्षीय रवि के पिता भी है सीआरपीएफ में तैनात सीवान. औरंगाबाद जिले के मदनपुर थाना क्षेत्र के सोनदाहा जंगल में नक्सली मुठभेड़ में शहीद हुए सीआरपीएफ के 10 जवानों में से सीवान के रवि कुमार सिंह भी हैं. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 20, 2016 7:04 AM

दुखद : औरंगाबाद के सोनदाहा जंगल में अभियान में बारूदी सुरंग से गयी कमांडो की जान

25 वर्षीय रवि के पिता भी है सीआरपीएफ में तैनात
सीवान. औरंगाबाद जिले के मदनपुर थाना क्षेत्र के सोनदाहा जंगल में नक्सली मुठभेड़ में शहीद हुए सीआरपीएफ के 10 जवानों में से सीवान के रवि कुमार सिंह भी हैं. असांव थाने के खरदरा गांव के सीआरपीएफ जवान मिथिलेश कुमार सिंह के बड़े पुत्र रवि की सीआरपीएफ के कोबरा बटालियन, गया में तैनाती थी. नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन के लिए गया जिले से सटे औरंगाबाद के सोनदाहा जंगल में बारूदी सुरंग फटने से रवि शहीद हो गये. 25 वर्षीय रवि पिछले छह वर्ष से सेना में तैनात थे. घटना के दूसरे दिन मंगलवार की दोपहर बाद शव को गया स्थित सीआरपीएफ मुख्यालय से सड़क मार्ग से उनके पैतृक गांव खरदारा के लिए रवाना किया गया.
खरदारा निवासी रवि कुमार सिंह तकरीबन दो माह पूर्व 40 दिन के अवकाश पर गांव आये हुए थे. वे पिछले 9 जुलाई को ड्यूटी पर रवाना हो गये. रवि के परिवार में उनकी पत्नी नम्रता सिंह के अलावा भाई रितेश कुमार सिंह व बहन प्रिया, मां संध्या देवी, बाबा रामकृपाल सिंह हैं. साथ ही पिता सीआरपीएफ जवान मिथिलेश कुमार सिंह त्रिपुरा के अगरतल्ला में तैनात हैं. नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन में रवि की मौत की सूचना मंगलवार की अहले सुबह रवि के डीएसपी कन्हैया पाठक ने टेलीफोन से दादा रामकृपाल को दी.
इस खबर के बाद परिवार में कोहराम मच गया. यह सूचना थोड़ी ही देर में पूरे गांव सहित आसपास के इलाके में भी फैल गयी. दादा रामकृपाल के मुताबिक, रवि ने फिर छठ में घर आने की बात कही थी. एसपी सौरभ कुमार साह ने बताया कि देर शाम तक शहीद का शव पहुंचने की उम्मीद है. पूरे राजकीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी जायेगी.

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