आखिर 12 घंटे बाद जगी डॉक्टरों की संवेदना

सीवान : सदर अस्पताल में लावारिस हालत में भरती कराया गया अधेड़ लगातार 12 घंटे तक दर्द से तड़पता रहा. इसके बाद आखिरकार लोगों के आग्रह के बाद उसका उपचार शुरू हुआ. इसके बाद चिकित्सकों के द्वारा अधेड़ का एक पैर काट दिया गया है. अब वह बुधवार को खतरे से बाहर बताया जा रहा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 1, 2016 3:33 AM

सीवान : सदर अस्पताल में लावारिस हालत में भरती कराया गया अधेड़ लगातार 12 घंटे तक दर्द से तड़पता रहा. इसके बाद आखिरकार लोगों के आग्रह के बाद उसका उपचार शुरू हुआ. इसके बाद चिकित्सकों के द्वारा अधेड़ का एक पैर काट दिया गया है.

अब वह बुधवार को खतरे से बाहर बताया जा रहा है. मैरवा थाना क्षेत्र में सड़क हादसे में घायल एक व्यक्ति को मंगलवार की सुबह सदर अस्पताल में भरती कराया गया.
इसका प्राथमिक उपचार करने के बाद आगे का इलाज नहीं शुरू होने से 40 वर्षीय व्यक्ति तड़पता रहा. इसके बाद भी चिकित्सकों ने इसकी सुधी नहीं ली. इस बीच उसकी सेहत बिगड़ती गयी. रात करीब नौ बजे तक उसके जख्म से काफी खून निकल चुका था. लेकिन, सदर अस्पताल के आपात कक्ष में भरती इस लावारिस मरीज की तरफ किसी ने निगाह तक उठा कर तक नहीं देखा. रात करीब साढ़े आठ बजे सिविल सर्जन डॉ शिवचंद्र झा को इसकी जानकारी दी गयी. तब डॉक्टर व कर्मचारी उसकी इलाज में जुटे. अब वह अपना नाम शंकर बता रहा है.
लेकिन, घर का पता बताने में वह असमर्थ है. सिविल सर्जन डॉ शिवचंद्र झा ने बताया कि वह मरीज डॉक्टरों की देखरेख में था. लेकिन, आप लोगों द्वारा सूचना दिये जाने के बाद हम लोग सक्रिय हुए. ये बात सही है.
तड़पते मरीज का एक पैर काटना पड़ा
अब राहत महसूस कर रहा है मरीज

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