छपरा-मेहरौना रोड घंटों जाम
भाकपा माले ने जाम की सड़क, बीडीओ के अाश्वासन पर हुए शांत दरौली : थाना क्षेत्र के टोका नारायणपुर में छपरा-मेहरौना मुख्य मार्ग को भाकपा माले द्वारा बुधवार को जाम कर दिया गया़ मत्स्य श्रमजीवी संघ ने प्रशासन के खिलाफ जम कर नारेबाजी की. मत्सय श्रमजीवी संघ के सदस्यों का कहना था कि प्रति वर्ष […]
भाकपा माले ने जाम की सड़क, बीडीओ के अाश्वासन पर हुए शांत
दरौली : थाना क्षेत्र के टोका नारायणपुर में छपरा-मेहरौना मुख्य मार्ग को भाकपा माले द्वारा बुधवार को जाम कर दिया गया़ मत्स्य श्रमजीवी संघ ने प्रशासन के खिलाफ जम कर नारेबाजी की. मत्सय श्रमजीवी संघ के सदस्यों का कहना था कि प्रति वर्ष बरसात के मौसम में जब मछली का समय आता है, तो जिला मत्स्य विभाग द्वारा इस क्षेत्र में दो गुटों को तैयार कर दिया जाता है़
प्रदर्शनकारियों ने बताया कि बड़े ही शर्म की बात है कि जिस जिला प्रशासन से न्याय की उम्मीद करते हैं, वे ही हमे लड़ाने-भिड़ाने का काम करते है़ं बार-बार जिला मुख्यालय से लेकर प्रखंड मुख्यालय तक इस संबंध में आवेदन देने के बाद कोई भी अधिकारी इस मामले को सुलझाने का नहीं सोचता.
प्रदर्शन के छह घंटे बाद पहुंचा स्थानीय प्रशासन के प्रयास के बाद भी प्रदर्शनकारी हटने को तैयार नहीं थे़ अंत में बीडीओ चंदन कुमार ने अाश्वासन दिया कि आप दोनों पक्षों के लोग चलिए, हम आपकी समस्या का समाधान करने के लिए तैयार है़ तब जाकर प्रदर्शन समाप्त हुआ़
क्या है मामला : मत्स्यजीवी सहयोग समिति का चुनाव के बाद समिति के अध्यक्ष, सचिव मंत्री आदि चुन लिए गये़ पर, आपसी मतभेद के कारण निर्वाचित पदाधिकारी के समानांतर एक और कार्यकारिणी भी गठन कर लिया़
इसमें पहले से निर्वाचित कार्यकारिणी इस चुनाव को नियम के विरुद्ध को बता कर उच्च न्यायालय की शरण ली. इसमें उच्च न्यायालय द्वारा पहले निर्वाचित कार्यकारिणी के पक्ष में फैसला दिया, तो दूसरी बार निर्वाचित कार्यकारिणी फिर पहले वाले के खिलाफ उच्च न्यायालय गयी, तो दूसरी बार निर्वाचित कार्यकारिणी को भी उसके पक्ष में फैसला मिला़