हड़सरी देवी मंदिर में उमड़ेंगे भक्त
दरौंदा : जिले के सीवान-छपरा मुख्य पथ पर स्थित दरौंदा मुख्यालय है़ यहां से एक किलोमीटर दूर सीधे पश्चिम की तरफ हडसर गांव है़, जहां हड़सरी देवी के नाम से एक शक्ति पीठ है़ किवदंती है कि गोपालगंज जिले के थावे के राजा मनन सिंह के द्वारा भक्त राजा रहसु को प्रताड़ित करने पर भक्त […]
दरौंदा : जिले के सीवान-छपरा मुख्य पथ पर स्थित दरौंदा मुख्यालय है़ यहां से एक किलोमीटर दूर सीधे पश्चिम की तरफ हडसर गांव है़, जहां हड़सरी देवी के नाम से एक शक्ति पीठ है़ किवदंती है कि गोपालगंज जिले के थावे के राजा मनन सिंह के द्वारा भक्त राजा रहसु को प्रताड़ित करने पर भक्त रहसु ने मां भवानी का आह्वान किया़
मां भवानी अपने भक्त की प्रतिष्ठा रखने हेतु प्रसिद्ध शक्ति पीठ असम के कामाख्या से चल पड़ी तथा पटना-आमी के रास्ते हड़सर ग्राम में पहुंच कर विश्राम किया़ वहां तब तक रुकी रही, तब तक भक्त रहसु ने उन्हें पुन: नहीं पुकारा़ परंतु जब राजा मनन सिंह अपने हठ से नहीं हटे, तो रहसु ने मां को बुलाया़ हड़सर से ही चल कर मां भवानी थावे पहुंची और रहसु का मस्तक फाड़ अपना कंगन दिखा दिया़
तब से यह ‘हड़सर शक्तिपीठ’ के नाम से जाना जाने लगा़ यहां की भवानी, हड़सरी देवी के नाम से प्रसिद्ध हुईं. कहा जाता है कि जो जन यहां सच्चे मन से मां की आराधना करता है, उनकी मन्नतें ‘माता हड़सरी देवी’ अवश्य पूरी करती हैं. नवरात्र में यहां पूजा-अर्चना करने का विशेष महत्व है. श्रद्धालुओं की भीड़ पूरे नवरात्र में उमड़ी रहती है.