उपलब्ध हैं महज नौ दवाएं

चिंताजनक. दवाओं की कमी से मरीजों को हो रही परेशानी खाने की पांच दवाएं एवं चार इंजेक्शन ही उपलब्ध हैं सदर अस्पताल में ओपीडी एवं इंडोर में होनी चाहिए करीब एक सौ बारह तरह की दवाएं सीवान : सदर अस्पताल में इलाज करानेवाले गंभीर रोगों के गरीब मरीज सदर अस्पताल में फिलहाल उपलब्ध नौ दवाओं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 21, 2016 2:22 AM

चिंताजनक. दवाओं की कमी से मरीजों को हो रही परेशानी

खाने की पांच दवाएं एवं चार इंजेक्शन ही उपलब्ध हैं सदर अस्पताल में
ओपीडी एवं इंडोर में होनी चाहिए करीब एक सौ बारह तरह की दवाएं
सीवान : सदर अस्पताल में इलाज करानेवाले गंभीर रोगों के गरीब मरीज सदर अस्पताल में फिलहाल उपलब्ध नौ दवाओं के भरोसे ही अपने को स्वस्थ होने की आस लगाये हैं. सरकार ने इंडोर एवं ओपीडी को मिला कर कुल 112 तरह की दवाएं उपलब्ध कराने की व्यवस्था की है. इसके लिए स्वास्थ विभाग ने सदर अस्पताल को दवा खरीद के लिए करोड़ों रुपए उपलब्ध भी करा दिये हैं. लेकिन, सरकार के इतना तत्पर होने के बाद मरीजों को सदर अस्पताल में दवा के नाम पर खाने की पांच दवाएं व चार इंजेक्शन ही उपलब्ध हैं. सदर अस्पताल में फिलहाल आनेवाले गरीब मरीजों को रोगी कल्याण समिति से भी कोई सहायता नहीं मिल रही है.
दवाओं के नहीं रहने से मरीजों की संख्या हुई कम : सदर अस्पताल में कुछ माह पहले तक प्रतिदिन करीब नौ सौ से एक हजार मरीजों का इलाज होता था. लेकिन, दवाओं के नहीं रहने से मरीजों की संख्या घट कर पांच से छह सौ के करीब हो गयी है. सदर अस्पताल में पांच खाने की दवाओं में पीसीएम, मेट्रोटीनाजोल, एमाॅक्सीसीलीन, एलबेंडाजोल तथा डायसाइक्लोमिन की गोलियां हैं. इंजेक्शन में एमीकासीन, जेंटामाइसिन, सीस्टोफाइलिन व मैग्नेशियम उपलब्ध हैं.
इसके अलावा कुछ स्लाइन भी उपलब्ध हैं. प्राथमिक उपचार में काम आने वाला बैंडेज, बेटाडिन, मर्कसील, कैटगेट, सेवलान तथा जलने में लगाने वाला सिलनरेक्स क्रीम उपलब्ध नहीं है. बच्चों के लिए दो एंटीबायोटिक व एक पीसीएम दवा उपलब्ध है. सदर अस्पताल में सीजेरियन करानेवाली महिलाओं के परिजनों को ऑपरेशन की सभी दवा बाजार से ही खरीदनी पड़ती है. एक मरीज को करीब 17 सौ से लेकर दो हजार की दवा मार्केट से खरीदनी पड़ती है. शिशु रक्षा योजना के तहत सदर अस्पताल को सभी प्रसूताओं को नि:शुल्क दवा उपलब्ध करानी है.
सदर अस्पताल के दवा वितरण केंद्र का खाली पड़ा दवा का रेक.
दवा खरीदने के लिए निकाली गयी है निविदा
आपका कहना सही है. सदर अस्पताल में दवाओं की कमी हो गयी है. दवा खरीदने के लिए निविदा निकाली गयी थी. कई लोगों ने अपना रेट दिया था. औषधि विभाग ने दवाओं के रेट का तुलनात्मक अध्ययन करने के बाद अपनी रिपोर्ट दे दी है. अब शीघ्र ही दवा की खरीद की जायेगी.
डॉ शिवचंद्र झा, सिविल सर्जन, सीवान

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