मत्स्यपालकों को मिलेंगे वाहन

कवायद. मत्स्य उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए अनुसूचित जाति व जनजाति को मिलेगा अनुदान योजना के तहत जिले में 75 लाख रुपये आवंटित,लाभार्थियों को नब्बे फीसदी अनुदान पहले चरण में 69 मत्स्य पालक योजना से होंगे लाभान्वित मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए अनुसूचित जाति व जनजाति परिवारों को 90 फीसदी अनुदान पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 24, 2016 12:00 AM

कवायद. मत्स्य उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए अनुसूचित जाति व जनजाति को मिलेगा अनुदान

योजना के तहत जिले में 75 लाख रुपये आवंटित,लाभार्थियों को नब्बे फीसदी अनुदान
पहले चरण में 69 मत्स्य पालक योजना से होंगे लाभान्वित
मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए अनुसूचित जाति व जनजाति परिवारों को 90 फीसदी अनुदान पर वाहन उपलब्ध कराया जायेगा,जिससे उत्पादित मछली की ढुलाई करने में आसानी हो सके. इसके तहत पहले चरण में 69 मत्स्य पालकों को लाभान्वित करने का लक्ष्य है.
सीवान : प्रति हेक्टेयर अधिक मछली उत्पादन में राज्य के तीन जिलों में सीवान शुमार है. मछली उत्पादन में तेजी से बढ़ोतरी होने के बाद अब प्रतिवर्ष पांच-छह हजार एमटी का आंकड़ा पार कर चुका है. सरकारी व गैर सरकारी दो हजार से अधिक तालाबों में मत्स्य पालकों द्वारा मछली का उत्पादन किया जा रहा है. इससे तकरीबन एक हजार से अधिक परिवार सीधे जुड़े हुए हैं.
मछली उत्पादन के सघन क्षेत्र के रूप में जिले के गोरेयाकोठी,भगवानपुर हाट व दरौली प्रखंड का इलाका है, जहां से उत्पादित मछली राज्य के विभिन्न हिस्सों में सप्लाइ होती है, जिसमें सबसे अधिक खपत पटना, हाजीपुर व मुजफ्फरपुर की मंडी में है. मत्स्य पालकों की उत्पादित मछली के विपणन को सुगम बनाने के लिए सरकार ने अनुदान पर वाहन उपलब्ध कराने की योजना तैयार की है.
खुदरा व थोक कारोबारी होंगे लाभान्वित : योजना के तहत मछली पालन से जुड़े अनुसूचित जाति व जनजाति परिवारों को लाभान्वित किया जायेगा, जिसमें मछली ढ़ुलाई के लिए मोपेड, आटो व लोडर गाड़ी दिये जायेंगे.
पहले वर्ष इसके लिए 75 लाख रुपये आवंटित किये गये हैं, जिसमें से 46 मोपेड, 16 आॅटो व सात लोडर बोलेरो वाहन उपलब्ध कराये जायेंगे. ये सभी वाहन लाभुकों को 90 फीसदी अनुदान पर दिये जायेंगे. चयन के लिए कार्ययोजना विभाग द्वारा तैयार की जा रही है. इसके पूर्व मछली विक्रेताओं के लिए साइकिल व मछली रखने का बॉक्स आत्मा व मत्स्य विभाग के द्वारा संयुक्त रूप से दिया गया था.
क्या कहते हैं अधिकारी
योजना के अनुपालन के लिए प्रारंभिक तैयारी शुरू कर दी गयी है, जिसके लिए बजट आवंटित हो चुका है. जल्द ही लाभार्थियों के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी.
मनीष कुमार श्रीवास्तव, जिला मत्स्य पदाधिकारी,सीवान

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