नोटिस के बाद गरमाया शहाबुद्दीन का मामला

सीवान : मंडल कारा में बंद पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन को तिहाड़ जेल भेजने के मामले में सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई करते हुए नोटिस जारी करने के बाद एक बार फिर यह मामला गरमा गया है. तेजाब हत्याकांड के पीड़ित चंदा बाबू व पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या को लेकर उनकी पत्नी आशा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 25, 2016 4:10 AM

सीवान : मंडल कारा में बंद पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन को तिहाड़ जेल भेजने के मामले में सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई करते हुए नोटिस जारी करने के बाद एक बार फिर यह मामला गरमा गया है. तेजाब हत्याकांड के पीड़ित चंदा बाबू व पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या को लेकर उनकी पत्नी आशा रंजन के आवेदन पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने चार सप्ताह के अंदर जवाब मांगा है. इस पर पीड़ित परिवार ने उनकी मांग के अनुरूप न्यायालय के आदेश जारी करने की उम्मीद जतायी है.

कोर्ट ने पूर्व राजद सांसद मो. शहाबुद्दीन को नोटिस जारी कर पूछा है कि क्यों ना आपको तिहाड़ जेल भेजा जाये? केंद्र सरकार और बिहार सरकार को भी नोटिस जारी किया गया है. इसका जवाब चार सप्ताह के भीतर देने का आदेश दिया गया है. मामले की अगली सुनवाई 28 नवंबर को होगी.

पत्रकार राजदेव रंजन की पत्नी आशा रंजन ने कहा कि जान-माल का हमें खतरा है. ऐसे में कोर्ट को मो. शहाबुद्दीन को राज्य से हर हाल में बाहर भेजना चाहिए. तेजाब कांड में अपने तीन बेटों को खो चुके व्यवसायी चंदा बाबू ने भी यही बात दोहरायी. उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय से हमें हर हाल में न्याय व सुरक्षा मिलेगी.
सुप्रीम कोर्ट ने शहाबुद्दीन समेत बिहार व केंद्र सरकारों को नोटिस जारी कर मांगा जवाब
चंदा बाबू व आशा रंजन ने कोर्ट पर जताया विश्वास

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