भूकंप चिह्नित क्षेत्रों का दौरा करेंगे वैज्ञानिक

पहल. भू-भौतिकीय अनुसंधान संस्थान करेगा जांच सीवान : जिले में भूकंप के चिह्नित अाधा दर्जन अंचलों के गांवों के खतरे का आकलन करने हैदराबाद के राष्ट्रीय भू-भौतिकीय अनुसंधान संस्थान से वैज्ञानिकों का एक दल पहुंच रहा है. इसको लेकर अापदा विभाग को सूचना केंद्र से आ गयी है. इस दौरान टीम खतरे के अध्ययन व […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 25, 2016 4:10 AM

पहल. भू-भौतिकीय अनुसंधान संस्थान करेगा जांच

सीवान : जिले में भूकंप के चिह्नित अाधा दर्जन अंचलों के गांवों के खतरे का आकलन करने हैदराबाद के राष्ट्रीय भू-भौतिकीय अनुसंधान संस्थान से वैज्ञानिकों का एक दल पहुंच रहा है. इसको लेकर अापदा विभाग को सूचना केंद्र से आ गयी है. इस दौरान टीम खतरे के अध्ययन व मिट्टी की ताकत को जानेगी. नेपाल के हिमालय क्षेत्र में साल भर से जारी भारी भूगर्भीय हलचल के मद्देनजर वैज्ञानिकों की टीम यहां आ रही है. उसके बाद ही यह तय हो पायेगा कि भूकंप के खतरे के लिहाज से ये जिले किस रिस्क जोन में आयेगा. रिस्क जोन 04 व 05 बेहद खतरनाक माना जाता है. जांच के बाद टीम रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी.
मालूम हो कि 17 माह पूर्व आये भूकंप के समय जिले में भी काफी नुकसान हुआ था. इसी को जांच करने टीम आ रही है. उस समय कई गांवों में घर क्षतिग्रस्त हुए थे. जिला आपदा पदाधिकारी पूनम कुमारी ने बताया कि पत्र मिला है कि जिले में अाधा दर्जन अंचल क्षेत्रों का दौरा करने टीम जिले में आ रही है, जो भूकंप से हुई क्षति का आकलन करेगी.
लेख से आगे आनेवाली आपदा से निबटने की रणनीति होगी तैयार : सरकार का मानना है कि अगर लेख को तैयार कर छापी गया व किताब बनायी गयी, तो इसके पीछे का उद्देश्य है कि आगे आनेवाली आपदा से निबटने के लिए यह लेख काफी मददगार होगा. इससे बेहतर रणनीति तैयार की जा सकती है. पत्र में सचिव ने कहा है कि 2016 में राज्य में कई आपदा आये हैं. इसमें ठनका गिरने से लेकर अगलगी तक शामिल है. साथ ही बारिश नहीं होने से सुखाड़ पर भी चर्चा करनी है.
भूकंप से हुए खतरे का अध्ययन व मिट्टी की ताकत का होगा आकलन
डीएम लिखेंगे आपदा व उससे निबटने का अनुभव
अब शासन ने सभी जिलाधिकारी सहत वरीय अधिकारी कों निर्देश दिया है कि जिले में आयी आपदा व उससे निबटने के अनुभव को लिखना है. इसे एकत्रित कर एक डायरेक्ट्री बनायी जायेगी, जो आनेवाली आपदा में काफी मदद करेगी. इसे किताब के रूप में भी छापने कि योजना भी शासन ने बनायी है. साथ इस लेख से देखा जायेगा कि जिले में बाढ़ सुखाड़ , ठनका सहित अन्य आपदा में प्रबंधन में अच्छे कार्य के लिए उस जिले को पुरस्कृत भी किया जाना है. इस कार्य को लेकर आपदा विभाग के प्रबंधन सचिव ने पत्र भेजा है. इसमें जिलाधिकारी को अपना अनुभव लिखने की बात लिखी हुई है.
जिले में आयी आपदा पर लिखना है अनुभव
जिले में आयी आपदा पर अनुभव लिखने के लिए शासन से पत्र आया है, जो तैयार किया जा रहा है. यह जल्द ही तैयार कर भेज दिया जायेगा. वहीं, हैदराबाद के राष्ट्रीय भू-भौतिकीय अनुसंधान संस्थान से वैज्ञानिकों का एक दल भी आ रहा है.
महेंद्र कुमार, डीएम ,सीवान

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