छठ तक महाजाम, निदान का नहीं कोई इंतजाम

सीवान : शहर में जाम की समस्या स्थायी बनती जा रही है. हर दिन लोग यहां की सड़कों पर जाम में जूझते हैं. सप्ताह की शुरुआत में आमतौर पर सोमवार को सबसे अधिक मुसीबत रहती है. पर देश से सूर्य उपासना के पर्व छठ लोगों के घर आने व पूजा सामग्रियों की खरीदारी के चलते […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 2, 2016 12:27 AM

सीवान : शहर में जाम की समस्या स्थायी बनती जा रही है. हर दिन लोग यहां की सड़कों पर जाम में जूझते हैं. सप्ताह की शुरुआत में आमतौर पर सोमवार को सबसे अधिक मुसीबत रहती है. पर देश से सूर्य उपासना के पर्व छठ लोगों के घर आने व पूजा सामग्रियों की खरीदारी के चलते अब महा जाम की समस्या उत्पन्न होने लगी है.

ऐसे में छठ के दिन तक परेशानी और बढ़ जाने की आशंका है. इसके बाद भी नगर परिषद से लेकर जिला प्रशासन के तरफ से राहत दिलाने के कोई ठोस इंतजाम नजर नहीं आ रहे हैं.

बाइपास का निर्माण न होने से सबसे बड़ी परेशानी : तेजी से बढ़ती आबादी के साथ ही वाहनों की संख्या बढ़ने के साथ ही सड़कों के विस्तार व चौड़ीकरण के लिहाज से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. हाल यह है कि यूपी के सीमा से सटे बिहार का यह जिला मुख्यालय होने के कारण बाहर से भारी वाहनों की आवाजाही होती है.
इसके बाद भी बाइपास मार्ग का निर्माण न होने से अधिकांश वाहन मुख्य मार्ग से होकर गुजरते हैं. फतेहपुर बाइपास मार्ग बड़हरिया स्टैंड से बबुनिया मोड़ तक तथा चीनी मिल से रेलवे स्टेशन रोड होते हुए रेनुआ गांव के रास्ते दरोगा प्रसाद राय महाविद्यालय के सामने तक बाइपास रोड है. दोनों सड़कों की खराब स्थिति के कारण वाहनों को लेकर आने जाने में परेशानी होती है.
अधर में लटका है वेंडर जोन निर्माण योजना : नगर में जाम की समस्या के निदान को लेकर नगर परिषद ने वेंडर जोन निर्माण की योजना बनायी थी. जिसके तहत शहर के आबादी के हिस्से में सड़कों पर लगने वाले ठेला व खोमचा के लिए एक स्थान निर्धारित करने की योजना बनी थी. लेकिन यह योजना नगर परिषद के फाइलों में दब कर रह गयी है. लिहाजा हर दिन मुख्य मार्ग पर ऐसे दुकान सैकड़ों की संख्या में लग जाती है.
जिससे सबसे अधिक जाम लगता है. जिसके कारण वाहनों के रेंगते हुए गुजरना पड़ता है. नगर क्षेत्र के तकरीबन सभी मुख्य मार्ग पर छठ के पूजन सामग्री की दुकान लगने लगी हैं. मुख्य मार्ग पर दोनों पटरियों पर दुकान लगने से महा जाम लग जाता है. इस दौरान ट्रैफिक इंतजाम में लगी पुलिस से लेकर स्थानीय प्रशासन तक भी बेपरवाह नजर आता है. अगर इस बार भी ऐसे हालात रहें, तो लोगों को परेशानी से जूझना पड़ेगा.

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