सीवान : मुख्यमंत्री के सात निश्चयों से संबंधित योजनाओं काे समय सीमा के अंदर अनुपालन करने के फरमान को लेकर अफसरों में हड़कंप मचा हुआ है. इसकी जमीनी सच्चाई का आकलन करने खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जिले के दौरे पर आयेंगे.
इसको लेकर विभागीय अफसर हर दिन योजना की प्रगति की समीक्षा करने में जुटे हैं, जिससे कि योजनाओं का समय सीमा के अंदर लाभ दिलाने के लक्ष्य को पूरा किया जा सके.
गांधी जयंती से लागू हैं तीन योजनाएं : मुख्यमंत्री के सात निश्चय कार्यक्रम के तहत आर्थिक हल युवाओं को बल स्लोगन के साथ तीन योजनाओं की शुरुआत दो अक्तूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के दिन से हुई है. इनमें से धरातल पर दो योजनाएं 22 अक्तूबर से शुरू हो पायी, जिसमें स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड व मुख्यमंत्री स्वयं सहायता भत्ता है.
वहीं, कौशल विकास कार्यक्रम को 15 नवंबर से शुरू कर देने का लक्ष्य तय किया गया है. शुरू की गयी दो योजनाओं में से स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के तहत इंटर के बाद आगे की पढ़ाई के लिए चार लाख रुपये तक राज्य सरकार अपनी गारंटी पर शिक्षा ऋण देगी. पढ़ाई के लिए चार लाख से अधिक की धनराशि बैंक अपने शर्तों में देगी. इसके अलावा स्वयं सहायता भत्ता के रूप में उन बेरोजगारों को एक हजार रुपये दिये जायेंगे, जो इंटर की पढ़ाई कर रोजगार की तलाश कर रहे हैं. रोजगार पाने के पूर्व तक मदद के रूप में सरकार यह धनराशि मुहैया करा रही है.
जिला परामर्श केंद्र से अब तक 171 आवेदन सत्यापित : जिला परामर्श केंद्र से सभी योजनाओं के सत्यापन की प्रक्रिया शुरू करते हुए रिपोर्ट अलग-अलग विभागों को भेजनी है.
इसके तहत स्वयं सहायता भत्ता से संबंधित आवेदन सत्यापन के बाद शासन की योजना विभाग को, कौशल विकास के आवेदन जिला श्रम विभाग को तथा स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के आवेदन जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय को भेजा जायेगा, जिससे कि आगे की प्रक्रिया समय से पूरी करायी जा सके. योजना की शुरुआत के बाद पांच नवंबर तक की रिपोर्ट के मुताबिक स्वयं सहायता भत्ता के 128, कौशल विकास के 42 व स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड का एक आवेदन जिला परामर्श केंद्र द्वारा संग्रहित कर संबंधित विभाग को भेज दिया गया है.