नोट बंदी का असर : डॉक्टर ने किया इलाज से इनकार, गर्भवती की मौत

सीवान : केंद्र सरकार की ओर सेपांचसौ औरहजार रुपये के नोटों को अमान्य किये जाने का असर बिहार के सीवान में देखने को मिला.जिले के मैरवा गांव में प्रसव पीड़ा के बाद इलाज कराने गयी एक महिला के परिजनों के पास सौ-सौ के नोट नहीं थे. इसकारण डॉक्टर ने इलाजकरनेसे इनकार कर दिया. इलाज में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 14, 2016 5:08 PM

सीवान : केंद्र सरकार की ओर सेपांचसौ औरहजार रुपये के नोटों को अमान्य किये जाने का असर बिहार के सीवान में देखने को मिला.जिले के मैरवा गांव में प्रसव पीड़ा के बाद इलाज कराने गयी एक महिला के परिजनों के पास सौ-सौ के नोट नहीं थे. इसकारण डॉक्टर ने इलाजकरनेसे इनकार कर दिया. इलाज में हुई देरीकेकारण गर्भवती महिला की सोमवार की सुबह मौत हो गयी.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मृतका के पति ने सदर अस्पताल में बताया कि जब उसकी पत्नी गर्भवती हुई उसी समय से उसका इलाज मैरवा रेफरल अस्पताल की लेडी डॉक्टर उषा कुमारी सिंह के प्राइवेटनर्सिंग होम में शुरू कराया गया. रविवार की रात प्रसव पीड़ा होने पत्नी को इसी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया.जहां कर्मचारियों ने पहले इलाज को लेकर शुल्क जमा कराया.

इलाज के क्रम में डॉक्टर ने ऑपरेशन करनेकीसलाह दी. इसके लिए बारह हजार रुपये वह भी 50 व 100 के नोट की शक्ल में जमा करने की बात कही गयी. किसी तरह परिजनों नेपांच सौ व एक हजार के 12 हजार रुपयेकी व्यवस्थाकी. इसकेबाद इस राशि को सोमवार की अहले सुबह साढ़े 4 बजे नर्सिंग होम में जमा कर दिया गया. फिर भी महिला का ऑपरेशन नहीं किया गया. जब महिला की हालत काफी खराब हो गयी तोउसे मैरवा रेफरल अस्पताल भेज दिया गया. सुबह साढ़े सात बजे अस्पताल में ऑपरेशन किया गया. तबतक काफी देर हो चुकी थी. इससे महिला की मौत हो गयी. वहीं, ऑपरेशन के बाद नवजात को इलाज के लिए सदर अस्पताल में आइसीयू में रखा गया है.

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