सदमे से नहीं उबर पा रहा सुबोध का परिवार
दरवाजे पर बेसुध बैठे मृतका रत्निका सिंह के ससुर भगवती शरण सिंह. तरवारा : इंदौर-पटना एक्सप्रेस के दुर्घटना में अपनी पत्नी व दो बेटियों को खो चुके सुबोध सिंह व उनके घर के अन्य सदस्य हादसे के चौथे दिन मंगलवार को भी सदमे से उबर नहीं पा रहे हैं. शोक संवेदना जतानेवालों का यहां तांता […]
दरवाजे पर बेसुध बैठे मृतका रत्निका सिंह के ससुर भगवती शरण सिंह.
तरवारा : इंदौर-पटना एक्सप्रेस के दुर्घटना में अपनी पत्नी व दो बेटियों को खो चुके सुबोध सिंह व उनके घर के अन्य सदस्य हादसे के चौथे दिन मंगलवार को भी सदमे से उबर नहीं पा रहे हैं. शोक संवेदना जतानेवालों का यहां तांता लगा हुआ है. इस बीच घर के अंदर से रुक-रुक कर आतीं महिलाओं की सिसकियों से पूरा माहौल गमगीन हो जा रहा है. पचरुखी प्रखंड की भरतपुरा पंचायत के ग्राम हकमा का खुशहाल भगवती शरण सिंह का परिवार आज दु:खों के पहाड़ से दबा हुआ है.
भगवती के मंझले पुत्र सुबोध सिंह की जिंदगी अब तबाह हो चुकी है. कानपुर के समीप इंदौर-पटना एक्सप्रेस के हादसे में सुबोध सिंह की पत्नी रत्निका सिंह व दोनों बेटियों श्रुति व श्रेया की मौत हो गयी. इंदौर में एक सीमेंट फैक्टरी में तैनात सुबोध की जिंदगी जहां कल तक प्यार व खुशियों से भरी थी, वहीं अब दु:ख व मातम के अलावा कुछ भी नहीं है. हादसे के बाद तीनों मृतकों का अंतिम संस्कार कर दिया गया. इसके बाद अब परिवार के सदस्य मृतका रत्निका सिंह के श्राद्ध संस्कार से जुड़ीं अन्य रस्मों को पूरा करने में जुटे हैं.
हालात के आगे हर कोई विवश है. यह इस घटना के बाद यहां साफ दिख रहा है. हादसे के पूर्व तक परिवार के लोग चचेरे भाई विनोद सिंह की बेटी रजनी की पटना में आयोजित शादी की तैयारी में जुटे थे. हर तरफ मंगल गीत गाये जा रहे थे. अब हर चेहरे पर मायूसी व मातम साफ झलक रहा है. इस बीच परिवार व अन्य रिश्तों की आयीं महिलाओं के रोने की रुक-रुक कर आ रही आवाज से माहौल और गमगीन हो जा रहा है. वहीं, दिन भर सामाजिक व राजनीतिक कार्यकर्ताओं का शोक संतप्त परिवार को ढाढ़स बंधाने का कार्य जारी रहा.
हादसे से पीड़ित सुबोध के परिवार के प्रति शोक संवेदना जताने वालों में जिला पार्षद ललन यादव, भरतपुरा पंचायत के मुखिया अशोक शर्मा, तरवारा पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि वशिष्ठ प्रसाद, कांग्रेस पार्टी युवा प्रकोष्ठ के पूर्व जिलाध्यक्ष रिजवान अहमद, उपदेश प्रसाद समेत अन्य लोग शामिल रहे.
घर की महिलाओं की सिसकियों से गमगीन हो जा रहा माहौल
दिन भर शोक संवेदना जतानेवाले सामाजिक राजनीतिक कार्यकर्ताओं का लगा रहा तांता