मैरवा अस्पताल में नहीं हो रहा है सिजेरियन

असुविधा Â आठ माह में सामान्य प्रसव हुए 1250 और सिजेरियन मात्र 15 सीवान : मैरवा रेफरल अस्पताल में महिलाओं को सिजेरियन होता है. इस बात की जानकारी तब हुई, जब कुछ दिनों पूर्व सिजेरियन के बाद हुई महिला की मौत के बाद परिजनों ने पैसा लेकर रेफरल अस्पताल में सिजेरियन करने का आरोप लगाया. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 29, 2016 4:55 AM

असुविधा Â आठ माह में सामान्य प्रसव हुए 1250 और सिजेरियन मात्र 15

सीवान : मैरवा रेफरल अस्पताल में महिलाओं को सिजेरियन होता है. इस बात की जानकारी तब हुई, जब कुछ दिनों पूर्व सिजेरियन के बाद हुई महिला की मौत के बाद परिजनों ने पैसा लेकर रेफरल अस्पताल में सिजेरियन करने का आरोप लगाया. इस साल अप्रैल माह से लेकर अब तक करीब 1250 महिलाओं को सामान्य प्रसव मैरवा रेफरल अस्पताल में हुआ है. लेकिन डॉक्टरों ने सिर्फ 15 महिलाओं का ही सिजेरियन किया है. स्वास्थ विभाग का मानना है कि जितने भी सामान्य प्रसव होते हैं. उसका पांच प्रतिशत प्रसव जटिल होता है, जिसे सिजेरियन की जरूरत होती है. मैरवा रेफरल अस्पताल के आंकड़ों से स्पष्ट दिखता है कि जरूरतमंद गरीब महिलाओं को अस्पताल द्वारा सिजेरियन की सुविधा उपलब्ध नहीं करायी जाती है.
मरीजों का आरोप है कि बिना पैरवी के मैरवा रेफरल अस्पताल में सिजेरियन नहीं होती है. अप्रैल से लेकर नवंबर के बीच मई व नवंबर महीने में सामान्य प्रसव तो दो सौ से अधिक हुए है लेकिन सिजेरियन एक भी नहीं हुआ है.
सिजेरियन करने के लिए नहीं है आवश्यक दवा
मैरवा रेफरल अस्पताल में सिजेरियन में उपयोग आनेवाली दवा नहीं होने के कारण मरीजों को बाजार से दवा खरीदनी पड़ती है. मरीजों को दवा के नाम पर स्लाइन, स्लाइन सेट व कुछ एंटीबायोटिक दवा ही उपलब्ध है. करीब अठारह सौ से लेकर दो हजार की आवश्यक दवा मरीजों के परिजनों को बाजार से खरीदनी पड़ती है. ऑपरेशन में काम आनेवाली केटामीन इंजेक्शन जो सामान्य दवा दुकानों पर नहीं मिली है. मरीजों को ब्लैक से 30 रुपए का इंजेक्शन पांच सौ रुपये में खरीदना पड़ता है. मैरवा रेफरल अस्पताल में अल्ट्रासांउड की व्यवस्था नहीं होने से मरीजों को विशेष परिस्थिति में प्राइवेट में अल्ट्रासाउंड कराना पड़ता है. ग्रामीण क्षेत्रों के मरीज जिनके पास डॉक्टर को फीस देने के भी पैसे नहीं रहते है. उन्हें सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों की काफी आरजू- मिन्नत करनी पड़ती है.
मैरवा रेफरल अस्पताल.
आशा मरीज को फुसला कर प्राइवेट में ले जाती है
मैरवा रेफरल अस्पताल में प्रसव कराने आनेवाली जिन महिलाओं को प्रसव जटिल होता है. उनका सिजेरियन करने की तैयारी की जाती है. इसी दौरान आशा मरीज को बहला- फुसला कर प्राइवेट में लेकर चली जाती है. इसी कारण मैरवा रेफरल अस्पताल में कम सिजेरियन होता है. सिजेरियन करने की सभी दवा उपलब्ध है.
डॉ आरएन ओझा, प्रभारी मेडिकल ऑफिसर, मैरवा रेफरल अस्पताल, सीवान

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