वेतनभोगी व पेंशनर पहले दिन हुए निराश बैंक में लगी ग्राहकों की भीड़.
सीवान : गुरुवार को दिसंबर का माह का पहला दिन रहा. वेतन व पेंशन डे होने के कारण ऐसे लोग भुगतान के लिए सुबह से ही बैंकों में कतार में खड़े दिखे. लेकिन अधिकतर बैंक में रुपये उपलब्ध न होने के कारण उन्हें निराश होना पड़ा. यह संकट आगे भी बरकरार रहने की उम्मीद है. […]
By Prabhat Khabar Digital Desk |
December 2, 2016 4:41 AM
सीवान : गुरुवार को दिसंबर का माह का पहला दिन रहा. वेतन व पेंशन डे होने के कारण ऐसे लोग भुगतान के लिए सुबह से ही बैंकों में कतार में खड़े दिखे. लेकिन अधिकतर बैंक में रुपये उपलब्ध न होने के कारण उन्हें निराश होना पड़ा. यह संकट आगे भी बरकरार रहने की उम्मीद है. नोटबंदी के आदेश के साथ ही नये-नये सरकारी फरमान का खामियाजा लोगों को भी भुगतना पड़ रहा है. बैंक से एक सप्ताह के अंदर प्रति व्यक्ति 24 हजार रुपये भुगतान की सीमा रेख तय की गयी.
इसको लेकर लोग परेशान हैं. आदेश जारी होने के बाद पहली बार विभिन्न विभागों में कार्यरत कर्मियों से लेकर सेवानिवृत हो चुके पेंशनर को अपने भुगतान के लिए बैंक का सामना अनिवार्य रूप से करना पड़ रहा है. हर माह के पहली तारीख से लेकर पूरे सप्ताह तक आमतौर पर वेतन व पेंशन का भुगतान किया जाता है. यह भुगतान बैंकों से पूरी तरह न हो पाने के कारण और बड़ी मुश्किल खड़ी हो गयी है.
यूबीजी बैंक का शिक्षकों को भुगतान देने से इनकार : जिले में नियोजित शिक्षकों की संख्या तकरीबन दस हजार से अधिक है. जिन्हें वेतन भुगतान आमतौर पर प्रखंड क्षेत्रों में मौजूद उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक के शाखाओं से होता है. इस बैंक की जिले में 84 शाखाएं हैं. हाल यह है कि इन बैंकों में गत एक पखवारे से नये नोट नहीं प्राप्त हो रहे हैं. लिहाजा जमा होनेवाली धनराशि ही ग्राहकों को भुगतान की जा रही है. माह के पहले दिन बैंकों में वेतन के लिए आये शिक्षकों में से अधिकतर को भुगतान नहीं मिला.
दूसरे नंबर पर सबसे अधिक एसबीआइ से होता है वेतन भुगतान : जिले में विभिन्न बैंकों की 201 शाखाएं हैं. इसमें से वेतन व पेंशन भुगतान करनेवाली शाखाएं एसबीआइ की दूसरे नंबर पर है. पहले नंबर पर इस मामले में उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक है. एसबीआइ की अन्य बैंकों की अपेक्षा नये नोट हासिल करने में बेहतर स्थिति है. हालांकि पिछले तीन दिनों से इसके चेस्ट रूम को नये नोट नहीं प्राप्त हुए हैं.
इसका असर पहले दिन वेतन व पेंशन का भुगतान लेने आये ग्राहकों में दिखा. अधिकतम 24 हजार रुपये तक भुगतान करने के आदेश के विपरीत ऐसे लोगों को इससे छोटी रकम दी गयी. इसके लिए ये ग्राहक बैंक प्रबंधन को कोसते हुए नजर आये.
वेतन व पेंशन भुगतान के लिए अभी करना होगा इंतजार : जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक रंजीत सिंह के मुताबिक लोगों की जरूरत की अपेक्षा रकम बैंक को कम प्राप्त हो रहा है. तीन दिन पूर्व स्टेट बैंक व सेंट्रल बैंक के चेस्ट रूम को आरबीआइ से नये नोट मिले थे. लेकिन उपलब्ध रकम उन बैंकों के बीच वितरण के बाद छोटी साबित हुई. इसके अलावा औसत से कम रुपये जमा भी रहे हैं. ऐसे में पेंशन व वेतन भुगतान के लिए भी कर्मचारियों व पेंशनर को अभी काफी इंतजार करना होगा. वितरण के लिहाज से हालात सामान्य होने में वक्त लगेंगे.