जांच पूरी, कार्रवाई की बारी

सख्ती. नप में सोलर लाइट खरीद में 3.85 करोड़ के गबन का मामला आरोप की हुई पुष्टि जिला पदाधिकारी ने करायी थी जांच कार्यपालक पदाधिकारी के अलावा अन्य पर भी हो सकती है कार्रवाई सीवान : शहर की सड़कों को रोशन करने के नाम पर सरकारी खजाने का 3 करोड़ 85 लाख 47 हजार 63 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 12, 2016 4:34 AM

सख्ती. नप में सोलर लाइट खरीद में 3.85 करोड़ के गबन का मामला

आरोप की हुई पुष्टि जिला पदाधिकारी ने करायी थी जांच
कार्यपालक पदाधिकारी के अलावा अन्य पर भी हो सकती है कार्रवाई
सीवान : शहर की सड़कों को रोशन करने के नाम पर सरकारी खजाने का 3 करोड़ 85 लाख 47 हजार 63 रुपये के गबन करने के मामले में अब मुकदमे की कार्रवाई जल्द ही होगी. नगर पर्षद के तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी राजीव रंजन प्रकाश पर इसको लेकर जहां कार्रवाई तय मानी जा रही है, वहीं अन्य कर्मियों पर भी कानूनी कार्रवाई हो सकती है. इसको लेकर विभागीय कर्मियों में हड़कंप मचा हुआ है. पटना से आयी निगरानी की टीम ने दो दिनों तक यहां पूरे मामले की जांच की. इस दौरान सोलर लाइट, हाइमास्ट, डेकोरेटिव पोल समेत अन्य सामग्री खरीद से संबंधित अभिलेखों का टीम के सदस्यों ने अध्ययन किया.
इसके बाद आवश्यक कागजात लेकर पटना के लिए रवाना हो गयी थी. इसके बाद से ही जल्द मुकदमा होने की चर्चा शुरू हो गयी थी. वार्ड पार्षद इंतखाब अहमद की शिकायत पर पूर्व में जिलाधिकारी महेंद्र कुमार जांच करा चुके हैं. इसमें सीवान सदर के कार्यपालक दंडाधिकारी, वरीय कोषागार पदाधिकारी व जिला लेखा पदाधिकारी ने जांच में आरोप को सही पाया था. लेकिन, दस लाख से अधिक की रकम की अनियमितता के मामले की जांच निगरानी से कराये जाने के प्रावधान के अनुसार जिम्मेवारी निगरानी को दे गयी. इसी क्रम में निगरानी टीम यहां आयी हुई थी. इसमें निगरानी के डीएसपी एनके सिंह व श्रीनारायण सिंह शामिल थे.
शिकायतकर्ता वार्ड पार्षद इंतखाब अहमद ने कहा कि निगरानी टीम ने जांच के बाद कार्रवाई के लिए आश्वस्त किया है. ऐसे में उम्मीद है कि जल्द मुकदमा दर्ज किया जायेगा. उधर, चर्चा इस बात की है कि इतनी बड़ी रकम के गबन की गाज मात्र
कार्यपालक पदाधिकारी तक टिकी नहीं रह सकती है. इसमें कई कर्मियों व अन्य के भी संलिप्तता की बात सामने आ सकती है. फिलहाल नगर पर्षद के अधिकारी व कर्मचारी के अलावा निर्वाचित पदाधिकारी भी कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं.

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