मानवता के गुणों का करें विकास
सीवान : मानव आज मानवता को भूल कर हैवानियत पर उतर आया है. केवल परम पिता परमात्मा के बोध द्वारा ही मानव में मानवता के गुणों का विकास संभव है. उक्त बातें नगर बड़हरिया बस स्टैंड के समीप आयोजित 10 वें निरंकारी संत समागम को संबोधित करते हुए छपरा से आये हुए गौरी शंकर ने […]
सीवान : मानव आज मानवता को भूल कर हैवानियत पर उतर आया है. केवल परम पिता परमात्मा के बोध द्वारा ही मानव में मानवता के गुणों का विकास संभव है. उक्त बातें नगर बड़हरिया बस स्टैंड के समीप आयोजित 10 वें निरंकारी संत समागम को संबोधित करते हुए छपरा से आये हुए गौरी शंकर ने कहीं. इस कार्यक्रम का आयोजन राजेंद्र प्रसाद यादव एंव गायत्री देवी सेवा संस्थान किया गया था. उन्होंने कहा कि यदि मानव प्रेम, नम्रता, भाईचारे के मानवीय गुणों को अपनायेगा,
तो समाज में शांति स्थापित होगी. मानवीय गुणों का विकास होगा. भक्त हमेशा भक्ति भरा जीवन जीने के लिए अग्रसर रहता है. वहां स्वयं रोशनी से युक्त रहते हैं, वहीं समाज को भी ऐसी ही प्रेरणा देते हैं. कार्यक्रम का आयोजन सदगुरु माता सविंदर हरदेवजी महाराज के शिष्य रंजीत यादव द्वारा किया गया था. उन्होंने कहा कि सभी को पहले इनसान बनने की जरूरत है. मौके पर रमेश सिंह, पवन कुमार, संदीप कुशवहा, उमंग कुमार, सुनिता देवी, सुमन कुमारी सहित अन्य लोग मौजूद रहे.