झारखंड के डीसीओ के घर एंटी करप्शन टीम का छापा

भगवानपुर हाट : शनिवार को झारखंड की एंटी करप्शन टीम ने थाना क्षेत्र के चौरासी गांव में मंजू विभावरी के घर छापेमारी की. चौरासी गांव के केशव सिंह की पत्नी मंजू विभावरी धनबाद में जिला सहकारिता पदाधिकारी के पद पर कार्यरत हैं. उनके विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति का मामला भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो धनबाद में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 1, 2017 2:47 AM

भगवानपुर हाट : शनिवार को झारखंड की एंटी करप्शन टीम ने थाना क्षेत्र के चौरासी गांव में मंजू विभावरी के घर छापेमारी की. चौरासी गांव के केशव सिंह की पत्नी मंजू विभावरी धनबाद में जिला सहकारिता पदाधिकारी के पद पर कार्यरत हैं. उनके विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति का मामला भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो धनबाद में दर्ज है. इस कांड में अपर सत्र न्यायाधीश 9 सह विशेष न्यायाधीश एसीबी धनबाद के न्यायालय से सर्च वारंट निर्गत हुआ है. उसी वारंट को लेकर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो धनबाद के पुलिस उपाधीक्षक सह अनुसंधानकर्ता विनोद रवानी यहां पहुंचे थे. झारखंड पुलिस टीम भगवानपुर थाना पहुंच कर स्थानीय थानाध्यक्ष अखिलेश कुमार मिश्र, सीओ पंकज कुमार, बीएओ वीरेंद्र कुमार मांझी के साथ महिला चौकीदार के साथ छापेमारी की.

स्थानीय पुलिस के मुताबिक छापेमारी के दौरान मुकदमे से संबंधित कोई महत्वपूर्ण कागजात टीम के हाथ नहीं लगे हैं. उनके घर से जो सामान मिला, उसका छापेमारी में शामिल टीम के सदस्यों ने ब्योरा एकत्रित किया. इसकी सूची बना कर डीएसपी ले गये. टीम की छानबीन तकरीबन डेढ़ घंटे तक चलती रही. इसको लेकर गांव में हड़कंप मचा हुआ था. धनबाद के जिला सहकारिता पदाधिकारी मंजू विभावरी के बारे में ग्रामीणों का कहना है कि उनके परिवार के सदस्यों में से कोई गांव में नहीं रहता है. मंजू के पति केशव सिंह के अन्य तीन भाई का परिवार गांव पर है. पूर्वजों के मकान में केशव सिंह व मंजू विभावरी को हिस्से में मात्र एक कमरा मिला है. मंजू विभावरी का गांव पर आना-जाना भी नहीं रहता है.

ऐसे में झारखंड से आयी टीम को यहां की छापेमारी में कोई ठोस साक्ष्य हाथ नहीं लगा. घर में मौजूद कुछ क्षतिग्रस्त फर्नीचर व अन्य सामान की टीम ने सूची तैयार की. छापेमारी की पुष्टि करते हुए थानाध्यक्ष अखिलेश मिश्र ने कहा कि टीम के सदस्यों को कोई प्रमुख कागजात हाथ नहीं लगे हैं. एक घंटे तक की तहकीकात के बाद झारखंड पुलिस वापस लौट गयी.
धनबाद से जारी हुआ था सर्च वारंट

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