बिजली की जरूरत जल्द होगी पूरी
गोपालगंज से 60 से 65 मेगावाट बिजली की हो रही है आपूर्ति जिले को 80 से 85 मेगावाट बिजली की है जरूरत मनीष गिरि सीवान : बिजली की संकट से जूझ रहे जिले की आवश्यकता की पूर्ति छपरा स्थित अमनौर सुपर ग्रिड करेगा. इस दिशा में प्रयास जारी है. सब कुछ ठीक-ठाक रहा, तो आनेवाले […]
गोपालगंज से 60 से 65 मेगावाट बिजली की हो रही है आपूर्ति
जिले को 80 से 85 मेगावाट बिजली की है जरूरत
मनीष गिरि
सीवान : बिजली की संकट से जूझ रहे जिले की आवश्यकता की पूर्ति छपरा स्थित अमनौर सुपर ग्रिड करेगा. इस दिशा में प्रयास जारी है. सब कुछ ठीक-ठाक रहा, तो आनेवाले कुछ ही महीनों में इस ग्रिड से बिजली की आपूर्ति शुरू हो जायेगी. मौजूदा समय में गोपालगंज ग्रिड से जिले को बिजली की आपूर्ति हो रही है, इससे आवश्यकता की पूर्ति भी नहीं हो पा रही है.
बताते चलें कि गोपालगंज ग्रिड से एक लाख 32 हजार वोल्ट की सप्लाइ सीवान ग्रिड को होती है. ग्रिड के आकलन के अनुसार जिले को 90 से 100 मेगावाट बिजली की जरूरत है, जिसकी आपूर्ति गोपालगंज ग्रिड से नहीं हो पा रही है. वहां से 65 मेगावाट बिजली ही जिले को मिल रही है. इसमें भी 15 मेगावाट हथुआ-मीरगंज ग्रिड को ड्राॅप हो जाता है. शेष बिजली जिले को मिलती है, जहां एकमा ग्रिड को 15 मेगावाट व 10 मेगावाट रेलवे को आपूर्ति होती है. शेष बचे बिजली से जिले के आवश्यकता की पूर्ति नाकाफी है. रोटेशन के आधार पर बिजली की आपूर्ति हो पा रही है.
इस समस्या को दूर करने के लिए छपरा स्थित अमनौर के सुपर-ग्रिड से सीवान को जोड़ने की बात चल रही है. ग्रिड के कनीय अभियंता उमेश कुमार ने बताया कि इससे जुड़ने के बाद जिले को 200 मेगावाट बिजली प्राप्त हो सकेगी. उन्होंने बताया कि तरवारा मोड़ स्थित दो स्थानों पर टावर लगाने के जमीन संबंधी विवाद में पेच फंस गया है. जमीन संबंधी समस्या के समाधान होते ही टावर स्थापित कर दिया जायेगा.
2.5 लाख से अधिक है उपभोक्ता : जिले में मौजूदा समय में कुल उपभोक्ताओं की संख्या 2.5 लाख से अधिक है. सप्लाई विभाग की बातों पर गौर करें तो इतने उपभोक्ताओं के लिए तकरीबन 80 से 85 मेगावाट बिजली की जरूरत है. 25 से 30 मेगावाट बिजली में इनके जरूरत की पूर्ति नहीं हो रही है.