सर्वे का काम जारी, वीटीएल कंपनी को मिला काम का जिम्मा
सीवान : इंटिग्रेटेड पावर डेवलपमेंट स्कीम (आइपीडीएस) के तहत जिले के चार शहरों की सूरत जल्द ही बदलनेवाली है. इसके तहत बिजली के क्षेत्र में व्यापक सुधार की योजना है. केंद्र व राज्य सरकार के संयुक्त अंशदान से योजना को अमली जामा पहनाया जायेगा. काम को पूरा करने का समय वर्ष 2018 निर्धारित किया गया है. जिन शहरों की सूरत बदलने की योजना है उसमें सीवान, रघुनाथपुर, मैरवा व महाराजगंज शहर शामिल हैं.
इंटिग्रेटेड पावर डेवलपमेंट स्कीम के तहत इन शहरों में जहां ट्रांसफाॅर्मर की क्षमता का विस्तार किया जायेगा, वहीं जरूरत के अनुसार नये ट्रांसफाॅर्मर भी लगाये जायेंगे. काम की जिम्मेवारी सरकार ने विंदा टेली लिंक को सौंपी है. नाॅर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के प्रोजेक्ट विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार शहरों के सर्वे का काम शुरू कर दिया गया है.
सर्वे के तहत कुल आबादी, मौजूदा बिजली के उपभोक्ता, वंचित बिजली उपभोक्ता, एरिया, नये बसे मुहल्ले, वहां बिजली से संबंधित आधारभूत संरचना, वर्तमान में कार्यरत उपकरणों की संख्या सहित अन्य मामलों की जानकारी ली जायेगी.
प्रोजेक्ट विभाग के कनीय अभियंता ऋषभ कुमार ने बताया कि अब इन शहरों में न्यून्तम क्षमता का ट्रांसफाॅर्मर 100 केवीए का होगा. पहले से जहां 63 केवीए का ट्रांसफाॅर्मर है, वहां 100 केवीए का व जहां 100 केवीए का है, वहां 200 केवीए का ट्रांसफाॅर्मर लगाया जायेगा. इसके अलावा जरूरत के अनुसार, अन्य स्थानों पर भी 100 व 200 केवीए का ट्रांसफाॅर्मर व पोल लगाये जायेंगे. इतना ही नहीं, इस योजना के तहत शहर में लगे पुराने तारों को बदला जायेगा.
इस योजना के तहत सीवान शहर में एक अतिरिक्त पावर सब स्टेशन का निर्माण भी किया जाना है.पंरतु, जमीन के अभाव में पीएसएस निर्माण कार्य अधूरा है. अन्य तीन शहरों मैरवा, रघुनाथपुर व महाराजगंज में पूर्व से संचालित पीएसएस से सेवा ली जायेगी.
डिस्कनेक्शन के बाद अब क्राॅस वेरिफिकेशन : सीवान. शहरी क्षेत्रों में मार्च व अप्रैल में बकाया जमा नहीं करने पर जिन उपभोक्ताओं का कनेक्शन काट दिया गया है, उनका शीघ्र क्राॅस वेरिफिकेशन किया जायेगा. इस संबंध में विद्युत कार्यपालक अभियंता(सप्लाइ) अजय कुमार रत्नाकर ने शहरी क्षेत्र के सहायक विद्युत अभियंता व कनीय अभियंता को आवश्यक दिशा निर्देश दिया है.
सहायक विद्युत अभियंता शहरी श्रवण कुमार ठाकुर ने बताया कि इसके लिए टीम का गठन किया जायेगा. टीम वैसे उपभोक्ताओं के यहां औचक निरीक्षण करेगी, जिनका कनेक्शन काट दिया गया है. उन्होंने बताया कि चोरी से बिजली जलाते पकड़े जाने पर उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी. सहायक विद्युत अभियंता श्री ठाकुर ने बताया कि मार्च व अप्रैल में 950 से अधिक बकायेदारों का कनेक्शन काटा जा चुका है.